झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर बालीगंज कोयला कारोबारी के कार्यालय फायरिंग करने के आरोप में गिरफ्तार
कोलकाता । बालीगंज में कोयला कारोबारी के कार्यालय में घुसकर फायरिंग की घटना की जांच में नाटकीय मोड़ आया है। एक अन्य को बालीगंज में एक कोयला व्यापारी के कार्यालय पर हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। बर्दवान से गिरफ्तार विकाश पांडेय नाम का बदमाश है। बर्दवान में लालबाजार के जासूसों ने एक ऑपरेशन किया। इससे पहले पुलिस ने रविवार दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पता चला है कि गिरफ्तार विकाश पांडेय झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के गिरोह का है। कोयला कारोबारियों को निशाना बनाने में धांधली का आरोप है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि ये संदिग्ध जनवरी की शुरुआत में बालीगंज में एक कोयला व्यापारी के कार्यालय पर हुए हमले में शामिल थे। अदालत ने गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को रविवार 2 फरवरी तक पुलिस हिरासत में लेने का आदेश दिया है। कथित तौर पर बालीगंज थाना क्षेत्र के शरत बसु रोड स्थित कोयला कारोबारी रोहित पोद्दार के कार्यालय पर आठ जनवरी को दो आरोपियों ने हमला कर दिया। आरोप यह भी है कि एक आरोपी ने कार्यालय में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपियों ने कारोबारी के कार्यालय से 75 हजार रुपये लूट लिये और फरार हो गये। लालबाजार के जासूसों ने जांच का जिम्मा संभाला। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जासूसों को पता चला कि इसके पीछे झारखंड का कोई गैंग हो सकता है। गुप्त सूत्रों के अनुसार लालबाजार से तीन टीमों को झारखंड के देवघर जिले के कुंडा और मोहनपुर थाना में तीन दिन के लिए तैनात किया गया है। शनिवार की रात दो आरोपियों अविनाश कुमार राउत और चंदन यादव को गुप्तचरों ने पकड़ लिया। पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि झारखंड का यह गिरोह कोयला व्यापारियों को निशाना बना रहा था। गिरफ्तार किए गए दोनों कुख्यात झारखंड गैंगस्टर अमन साव के गिरोह के सदस्य हैं। झारखंड पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार चंदन यादव एक दागी अपराधी है। इससे पहले वह हत्या के प्रयास में जेल जा चुका था। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है कि इस मामले में और कौन शामिल है।