एक कुत्ते के शरीर पर टीएमसी का झंडा बांधे जाने को लेकर हुआ टीएमसी और भाजपा में विवाद
बर्नपुर । आसनसोल नगर निगम की 56 नंबर वार्ड में आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल चुनाव प्रचार के लिए निकली थी। तभी उनकी नजर एक कुत्ते पर पड़ी जिसके शरीर पर तृणमूल कांग्रेस का झंडा बांधा हुआ था। बताया जा रहा है कि पहले तो अग्निमित्रा पाल ने उस कुत्ते को सहलाया पुचकारा इसके उपरांत अग्निमित्र पाल ने कटाक्ष के लहजे में कहा कि शायद यह भी तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के लिए जा रहा है। इतना ही नहीं कहा जा रहा है कि अग्निमित्र पाल ने कहा कि 2024 में टीएमसी की यही हालत होगी। अग्निमित्रा पाल ने कहा कि भाजपा का झंडा उनके लिए उनकी ज़िंदगी से ज्यादा कीमती है। लेकिन यह हैरत की बात है कि एक कुत्ते के शरीर पर टीएमसी का झंडा बंधा हुआ था। लेकिन टीएमसी के किसी की नजर इस पर नहीं पड़ी। उन्होंने कहा कि भले टीएमसी उनकी प्रतिपक्ष हो लेकिन पार्टी का झंडा सम्मान की चीज होती है। यही नहीं है की वह फिर वापस गईं और टीएमसी के झंडे को कुत्ते के शरीर से खोलकर एक घर की छत पर रख दिया। इस संबंध में जब हमने टीएमसी के कद्दावर नेता अशोक रुद्रा से बात की तो उन्होंने अग्निमित्र पाल पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर वह ऐसा कह रही हैं कि यह कुत्ता टीएमसी में शामिल होने के लिए आ रहा है तो इससे उनकी मानसिकता समझ में आती है। वहीं उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता ने बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा की जो दुर्गति इस राज्य में की थी। आसनसोल की जनता भी नगर निगम चुनाव में भाजपा की वही हालत करेगी। अशोक रुद्रा ने कहा कि ऐसी घटना टीएमसी का कोई नहीं कर सकता। उन्होने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जब वह प्रचार में निकली तभी वह एक कुत्ता दिखा जिसके शरीर पर टीएमसी का झंडा लगा हुआ था। इसी से साबित होती है की यह भाजपा का ही काम है।