विधानसभा के विरोधी नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंत्री मलय घटक सहित कई टीएमसी नेताओं पर लगाए संगीन आरोप
पांडवेश्वर । कोयले की तस्करी को लेकर एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट बीते 1 साल से कोयलांचल में काफी सक्रिय है। उसे एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट का हवाला देते हुए बंगाल विधानसभा के विरोधी नेता शुभेंदु अधिकारी ने शिल्पांचल के दो कद्दावर टीएमसी नेताओं और एक अन्य टीएमसी नेता के बेटे पर निशाना साधा हालांकि टीएमसी नेतृत्व ने शुभेंदु अधिकारी पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके बयान से यह साफ जाहिर होता है कि भाजपा किस तरह से केंद्रीय जांच एजेंसियों को अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल कर रही है। शुभेंदु अधिकारी बुधवार को पांडवेश्वर विधानसभा अंतर्गत झांझरा कोलियरी इलाके में एक कर्मी सभा में शिरकत करने आए थे। कर्मी सभा से निकलकर शुभेंदु अधिकारी ने पत्रकारों को कहा की मलय घटक, वी शिव दासन दासु, विधायक हरेराम सिंह के बेटे ऐसे कुछ नाम है जिनके बारे में वह बताना चाहते हैं जिनके नाम पटियाला कोर्ट में इंस्पेक्टर अशोक मिश्रा के विरुद्ध ईडी द्वारा जो चार्जशीट गठित की गई है। उसमें शामिल हैं शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि जब चार्जशीट में इन लोगों के नाम का उल्लेख है। तब इनके खिलाफ कार्यवाई क्यों नहीं होगी। ईडी सूत्रों के मुताबिक अशोक मिश्रा बांकुड़ा सदर थाना के आईसी थे। वह कोयला तस्करी मामले में मुख्य आरोपी विनय मिश्रा के रिश्तेदार है। कोयला तस्करी मामले में ईडी ने अशोक को पिछले साल अप्रैल महीने के शुरू में दिल्ली से गिरफ्तार किया था। फिलहाल वह जमानत पर हैं। ईडी द्वारा मलय घटक को भी समन किया गया था। लेकिन राजनीति के जानकारों का कहना है। इस मामले में वी शिवदासन या हरेराम सिंह के बेटे का नाम इससे पहले नहीं सुना गया था। इस संदर्भ में मलय घटक से काफी कोशिशों के बाद भी संपर्क स्थापित नहीं हो पाया। वहीं वी शिवदासन ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी कहां क्या बयान दे रहे हैं। उस पर उनको कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी है। वहीं जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। हालांकि इस संदर्भ में जब हमने पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष विधान उपाध्याय से बात की तो उन्होंने कहा कि एक केंद्रीय जांच एजेंसी की जांच किस दिशा में अग्रसर हो रही है। इस विषय में भाजपा के एक नेता को जानकारी कैसे मिल गई। उन्होंने भी इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।