रेलवे के फैसले के खिलाफ आसनसोल बाजार के व्यापारी हुए गोलबंद
आसनसोल । रेलवे द्वारा लिए गए एक फैसले को लेकर आसनसोल बाजार के व्यापारी नागरिक वृंद के बैनर तले गोलबंद हुए। अपने विरोध को एक संगठित रुप में जाहिर करने के मकसद से रविवार को आसनसोल नगर निगम के 44 नंबर वार्ड के द्वारका धर्मशाला के सामने एक विरोध सभा का आयोजन किया गया। यहां स्थानीय पार्षद सह निगम के चैयरमैन अमरनाथ चटर्जी के नेतृत्व में बाजार के कई दुकानदारों ने अपना विरोध जताया। सभा के दौरान अमरनाथ चटर्जी ने कहां की आसनसोल बाजार के लोग पहले ही बाढ़ के कारण परेशान हैं। घर तथा दुकान में पानी घुस जाता था। इस समस्या के समाधान की कोशिश की जा रही थी। अब पता चला है कि आसनसोल बाजार से गुजरकर जो बड़ा नाला जाता है। वह रेलवे की जमीन से होकर भूरभूरिया नदी में मिलता है। उन्होंने कहा कि इस बड़े नाले में 3-4 वार्ड का निकासी वाला पानी मिलता है। बाढ़ के दिनों में इसी नाले के कारण पुरा बाजार जलमग्न होता है और व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ता है। नगर निगम द्वारा इसको चौड़ा करने की योजना थी। रेलवे से भी उनकी ज़मीन पर स्थित नाले को चौड़ा करने का आवेदन किया जाना था। लेकिन अब पता चला है कि रेलवे ने उस जमीन को किसी कंपनी को लीज पर दे दिया है। वहां पर मॉल बनाया जाएगा। उन्होने बताया कि इसके खिलाफ बाजार के लोगों के साथ बैठक कर विरोध किया गया है। उन्होने बताया कि बाजार के लोगों को लेकर वह डीआरएम से मिलेंगे और अपनी समस्या को बताएंगे। इसकी सूचना प्रदेश के मंत्री मलय घटक और कोलकाता के उच्च नेताओ को भी दी जा चुकी है। इस अवसर पर सीताराम दारूका, सुरेन केडिया, सीताराम बेडिया, राकेश केडिया, मुकेश शर्मा, उदय वर्मा, सुरेश यादव, राजीव गुप्ता, बिमल जालान, रिंकू साव सहित सैकड़ों बाजार के दुकानदार उपस्थित थे।