बोगतुई गणहत्या का विरोध: आसनसोल के साहित्यकार और बुद्धिजीवी उतरे सड़क पर
आसनसोल । बोगतुई गणहत्याके विरोध में रविवार शाम को साहित्यकार, लेखक एवं कवि और बुद्धिजीवियों ने आसनसोल के सड़क पर प्रदर्शन किया। आसनसोल में जीटी रोड स्थित बीएनआर मोड़ पर रवींद्र भवन से कोर्ट मोड़ तक वकीलों, लेखकों, कवियों और नाटककारों ने रैली निकाला। इस मौके पर अधिवक्ता अमिताभ मुखर्जी ने कहा कि यह घटना निंदनीय है। इस घटना का विरोध करने के लिए कलकत्ता के प्रमुख लोगों को पहले सामने आना चाहिए था। लेकिन विरोध की भाषा लुप्त होती जा रही है क्योंकि बुद्धिजीवी राजनीतिक रूप से पक्षपाती है। कवि भारती बंदोपाध्याय ने कहा कि कलकत्ता के कुछ बुद्धिजीवियों ने इस घटना का विरोध नहीं किया। लेकिन आसनसोल ने विरोध में नेतृत्व किया। इस बार प्रमुख लोग राज्य भर में सड़कों पर उतरेंगे। उनका दावा है कि रामपुरहाट के बोगतुई गांव में आग सिर्फ उस जगह तक ही सीमित नहीं रहेगी। वह आग आसनसोल में भी लग सकती है। तो आप चुप नहीं रह सकते। मालूम हो कि पुलिस ने इस धरना-प्रदर्शन पर रोक लगाई थी। लेकिन पुलिस अंत में नहीं रोक सकी। जुलूस बिना किसी रुकावट के समाप्त हुआ। हालांकि रवींद्र भवन के सामने पुलिस के व्यापक इंतजाम किए गए थे।