ईस्टर्न रेलवे स्कूलों को बंद करने के केंद्र सरकार के फैसले को कांग्रेस ने बताया बदले की भावना से प्रेरित
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। ईस्टर्न रेलवे प्रबंधन द्वारा हाल ही में शिल्पांचल के रेलवे स्कूलों को बंद करने का फरमान जारी किया गया था। इसके खिलाफ गुरुवार को कांग्रेस की तरफ से काले झंडे लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस संदर्भ में कांग्रेस नेता प्रसेनजित पोइतन्डी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार बदले की भावना से प्रेरित होकर इस तरह के तुगलकी फरमान जारी कर रही है। आसनसोल लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को मिली हार को पचा नहीं पा रही है। यही वजह है कि मोदी सरकार ने रेलवे के स्कूलों को बंद करने का निर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा कि यह स्कूल बीते लागभग 100 सालों से शिल्पांचल की शान बने हुए हैं। यहां पर गरीब तबके के बच्चे ज्यादातर पढ़ते हैं। लेकिन जिस तरह से अचानक इन स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है। उससे इन बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। उन्होंने कहा कि रेलवे के स्कूल के प्रिंसिपल कह रहे हैं कि इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को एक निजी स्कूल में भर्ती कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे ज्यादातर गरीब तबके के हैं। उनके अभिभावकों के पास इतनी क्षमता नहीं है कि वह अपने बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ा सके। उन्होंने कहा कि भारत एक कल्याणकारी राष्ट्र है और जब कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए की सरकार थी। तब शिक्षा, स्वास्थ्य और खाद्य का अधिकार से संबंधित बिल पास किए गए थे। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार भारत के नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है। इसी के खिलाफ काले झंडे लेकर विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर कांग्रेस नेता शाह आलम सहित अन्य मौजूद थे।