आसनसोल । बीते आसनसोल लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार अग्निमित्रा पाल को टीएमसी प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा के मुकाबले तीन लाख से ज्यादा मतों से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इसकी कसक अभी भी अग्निमित्रा पॉल के दिल में रह गई है। उन्होंने हालिया उपचुनाव में भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी की भूमिका पर सवाल उठायी। उन्होंने कहा कि हालिया उपचुनाव में जितेंद्र तिवारी की भूमिका पर विचार होना चाहिए। इस पर जब संवाददाताओं ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि जहां उपचुनाव से पहले यह लग रहा था कि भाजपा कम से कम 30 से 40 हजार मतों से इस सीट पर जीतने वाली है। वहां इस तरह की करारी शिकस्त क्यों झेलनी पड़ी। इस पर विचार हो। अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि यह तो सच है कि टीएमसी द्वारा चुनाव में धांधली की गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों को डराया धमकाया गया था। लेकिन इसके बाद भी इतनी करारी शिकस्त की वजह क्या रही। इस पर विचार होना जरूरी है, क्योंकि 2024 का लोकसभा चुनाव ज्यादा दूर नहीं है। उस चुनाव में आसनसोल सीट से भाजपा से कोई भी खड़ा हो नेतृत्व यही रहेगा। ऐसे में अभी से हम सब को आत्ममंथन करने की जरूरत है। वहीं उन्होंने पांडवेश्वर और बाराबनी में टीएमसी को मिली विशाल बढ़त पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह तो लाजमी था। क्योंकि पांडवेश्वर के विधायक नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती ने चुनाव से पहले ही कह दिया था कि चुनाव के दिन किसी भी भाजपा समर्थक को मत डालने नहीं देना है। ऐसे में ऐसे नतीजे आना स्वाभाविक था। हालांकि अग्निमित्रा पॉल के इस बयान पर जब पत्रकारों ने जितेंद्र तिवारी से सवाल किया तो उन्होंने इस विषय पर मीडिया के सामने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका और अग्निमित्रा पॉल का मोबाइल नम्बर दोनों के पास है।कोई भी शिकायत होने पर आपस में या पार्टी में करनी चाहिए थी। इस विषय पर अभी उनके पास कहने को कुछ भी नहीं है। लेकिन अगर उनको कुछ कहना भी हो तो वह पार्टी जिला नेतृत्व को कहेंगे। पार्टी के बात को मीडिया के सामने कुछ नहीं कहेंगे।