पश्चिम बंग विज्ञान मंच आसनसोल का दामोदर नदी साफ-सफाई पर सम्मेलन 5 को
आसनसोल । आगामी 5 मार्च को बार एसोसिएशन भवन में पश्चिम बंग विज्ञान मंच आसनसोल की ओर से दामोदर नदी की साफ-सफाई पर एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। उक्त बात की जानकारी पत्रकारों को संबोधित करते हुए पश्चिम बंग विज्ञान मंच आसनसोल के सचिव स्वपना चटर्जी ने कही। उन्होंने कहा कि संगठन की तरफ से आयोजित इस सेमिनार का उद्देश्य दक्षिण बंगाल के सबसे बड़ी नदी दामोदर की साफ सफाई के मुद्दे को प्रशासन की नजरों तक लाना है। उन्होंने बताया कि दामोदर एक ऐसी नदी है जो पश्चिम बर्धमान, पूर्व बर्धमान, बीरभूम एवं हुगली तक के इलाकों के लिए पानी का मुख्य स्रोत है। लेकिन बीते कई दशकों से इस नदी की साफ-सफाई नहीं की गई है जिस वजह से आज इस नदी की जर्जर हालत है। उन्होंने कहा कि दामोदर नदी पर मैथन डैम या दुर्गापुर बैरेज बनाया गया था। उसके साफ-सफाई नहीं की गई। जिस वजह से आज मैथन डैम, दुर्गापुर बैराज में पानी को रोककर रखने की क्षमता काफी कम हो गई है। हल्की सी बारिश होती है और बाढ़ आ जाती है। उन्होंने मांग की कि मैथन डैम और दुर्गापुर बैरेज की साफ सफाई की जाए और दामोदर नदी के रखरखाव और साफ-सफाई पर जोर दिया जाए। उन्होंने कहा कि अगर दामोदर नदी साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया गया तो भविष्य में दामोदर नदी का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा। इस मुद्दे पर 5 मार्च को आसनसोल बार एसोसिएशन भवन में एक सेमिनार का आयोजन होने वाला है। मौके पर कोलकाता विश्वविद्यालय भूगोल के अध्यापक देवाशीष घोष मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे। उनका कहना था कि दामोदर नदी के किनारे रहने वाले सभी लोगों की राय लेकर नदी संरक्षण के बारे में प्लान बनाने की जरूरत है।