गायों – बैलों के लिए चारे की जगह मिर्च? ध्यान फाउंडेशन ने एक बार फिर से उनको बचाया !
ओडिशा । झारकोपोरिया पुलिस स्टेशन (ओडिशा) ने तस्करों से 51 गायों और बैलों को छुड़ाया था। गौवंश की हालत बहुत गंभीर थी,1 बैल की मौत हो चुकी थी और 3 अन्य गिरने की कगार पर थे। उन सभी को पुनर्वास हेतु ध्यान फाउंडेशन चाकुलिया गौशाला (झारखंड) भेजा गया। हमारे स्वयंसेवकों ने ट्रक पर चौंकाने वाली खोज की… मिर्च से भरा एक पैकेट मिला। तस्कर इन मिर्चों को मवेशियों की आंखों और उनके शरीर के पिछले हिस्से में डाल देते हैं, ताकि वह दर्द से सुन्न हो जाएं और उन्हें आसानी से हाँक कर ट्रकों में भरा जा सके सकें। डोबी थाने (गया बिहार) द्वारा छुड़ाए गए एक अन्य ट्रक में भी इसी तरह मिर्च का पैकेट मिला था। ट्रक में 38 मवेशी थे, जिनमें से 5 की मौके पर ही मौत हो गई थी। उन्हें देवकुंड गौशाला में भेजा गया जहाँ हमारे स्वयंसेवकों की देखरेख में बचे 33 गोवंश की हालत में सुधार हो रहा है। बिहार के एसपी इनाम उल हक ने 3 डीएफ ट्रक और 60 बैल पकड़े हुए हैं, जिन्हें पिछले 6 महीनों में बीएसएफ ने बचाया था और दूसरी ओर पूरे बिहार में माफिया गाय तस्करों के रूप में खुलेआम घूम रहे हैं। ध्यान फाउंडेशन बीमार, घायल, छोड़े हुए और बचाए गए पशुओं के बचाव, पुनर्वास, भोजन और उपचार में साल के 24×7, 365 दिन लगी हुई है और देश भर में अपनी 45 से अधिक गौशालाओं में सीधे तौर पर 50000 से अधिक गौवंश की देखभाल कर रही है। इन असहाय जीवों की मदद करें। परोक्ष रूप से इन्हें एडॉप्ट करने और उनके चारे का बंदोबस्त या चारे को स्पॉन्सर करने के लिए, आप 9999567895 पर हमसे संपर्क कर सकते हैं।