पांडवेश्वर में भाजपा प्रत्याशियों व समर्थकों पर तृणमूल समर्थको के मारने और पीटने का लगा आरोप
पांडवेश्वर । पांडवेश्वर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत दुर्गापुर लाउदोहा ब्लॉक के प्रतापपुर ग्राम पंचायत 213 से ग्राम पंचायत प्रत्याशी संतोष गुई व एक अन्य प्रत्याशी टुम्पा सेन के पति पर तृणमूल को पीटने का आरोप लगा है। गोद में बैठा बच्चा भी शासक की खूनी नजरों से बच गया। घटना को लेकर दुर्गापुर के कांटाबेरिया गांव में माहौल गर्म हो गया। घटना की शुरुआत शुक्रवार शाम करीब साढ़े छह बजे हुई। स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ताओं ने इलाके में लगे भाजपा के झंडों को एक-एक कर उतारना शुरू कर दिया, स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया और स्थिति उग्र हो गयी। दो भाजपा प्रत्याशियों को पीटने का आरोप ग्राम पंचायत की भाजपा प्रत्याशी टुम्पा सेन के पति पर मारपीट का आरोप लगा है। सूचना मिलने पर लाउदोहा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन पुलिस की ओर से कोई सकारात्मक भूमिका नहीं निभाने पर भाजपा विधायक अग्निमित्र पाल, जिला भाजपा अध्यक्ष दिलाप डे और जिला उपाध्यक्ष चंद्रशेखर बनर्जी मौके पर पहुंचे। विधायक अग्निमित्रा पाल कल रात पांडवेश्वर के कांटाबेड़िया इलाके में पहुंची। उन्होंने आरोप लगाया की तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक प्रेसिडेंट सुजीत मुखर्जी ने पंचायत चुनाव में भाजपा प्रत्याशी संतोष गुंई पर हमला किया। उनकी पत्नी और डेढ़ महीने के बच्चे को भी नहीं बख्शा गया। उनके साथ भी मारपीट की गई। विधायक ने कहा कि जब भाजपा प्रत्याशी यहां पर भाजपा का झंडा लगा रहे थे। तब उन पर यह हमला किया गया। उनका आरोप है कि टीएमसी के कार्यकर्ता दिनेश कर्मकार ने धमकी दी कि यहां पर विपक्ष का नामोनिशान रहने नहीं देंगे। भाजपा विधायक ने सवाल किया कि यह सब कुछ पुलिस के सामने हो रहा था। लेकिन पुलिस खामोश क्यों रही। हालांकि उन्होंने कहा कि पुलिस सफाई देने के लहजे में अब यह कह रही है कि उस वक्त पुलिस यहां पर मौजूद नहीं थी। उन्होंने कहा कि इस बारे में जब पुलिस शिकायत की गई। जब पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस घटना के परिप्रेक्ष्य में कार्रवाई की जाएगी। विधायक ने साफ कहा कि कार्यवाई के दो मतलब होते हैं पहला जिन लोगों ने यह हमला किया है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि अगली बार किसी भी भाजपा कार्यकर्ता के साथ इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह रविवार को राष्ट्रीय मानव अधिकार कमिशन में शिशु सुरक्षा को लेकर गुहार लगाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर पंचायत चुनाव में डेढ़ महीने का बच्चा भी सुरक्षित नहीं है तो यह किस प्रकार का लोकतंत्र है। उन्होंने कहा कि पुलिस के आश्वासन के बाद आज तो वह अपना धरना समाप्त कर रहे हैं। लेकिन अगर आरोपियों पर कार्यवाई नहीं की गई तो आने वाले समय में लाउदोहा थाना का घेराव किया जाएगा। हालांकि इस बारे में जब हमने सुजीत मुखर्जी से बात हुई तो उन्होंने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि शनिवार को झंडा फहराने को लेकर एक विवाद हुआ था। घटना की जानकारी पाकर रात 8 बजे घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने भाजपा प्रत्याशी से बात की। बात करके उनको समझ में आया कि यह लोग बेहद गरीब तबके के हैं और उन्होंने आश्वासन दिया है कि 8 जुलाई को पंचायत चुनाव हो जाने के बाद वह कोशिश करेंगे कि इनके लिए रोजगार की व्यवस्था की जा सके। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक अग्निमित्र पाल ने जो किया वह बेहद निंदनीय कार्य था। उन्होंने खामखा बात का बतंगड़ बनाया। उनका कहना था कि यह परिवार बेहद गरीब है। पहले 100 दिन का काम से इनका परिवार चल जाता था। लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने बंगाल में 100 दिन का काम बंद करवा दिया है। उन्होंने कहा कि टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी कोशिश कर रहे हैं कि फिर से बंगाल में मनरेगा का काम शुरू हो सके। क्योंकि तृणमूल कांग्रेस हमेशा जरूरतमंदों गरीब लोगों के साथ रहती है। उन्होंने साफ कहा कि भाजपा विधायक इस मामले में झूठ बोल रहे हैं। नाटक कर रहे हैं और उन पर लगे सभी आरोप निराधार हैं।