तृणमूल की राज्यसभा सांसद अर्पिता घोष ने दिया इस्तीफा
कोलकाता । तृणमूल सांसद अर्पिता घोष का अचानक इस्तीफा। उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर सांसद पद से इस्तीफा दे दिया। अर्पिता ने राज्यसभा के सभापति को अपना इस्तीफा सौंपा। तृणमूल सूत्रों के मुताबिक उनका इस्तेमाल पार्टी के महत्वपूर्ण संगठनात्मक पदों पर किया जाएगा। इसलिए शीर्ष नेतृत्व ने उनसे इस्तीफा देने को कहा। उन्होंने आज इस्तीफा दे दिया। तृणमूल के सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनों में वह संगठनात्मक स्थिति में अहम भूमिका निभाते नजर आएंगी। उल्लेखनीय है कि वामपंथी काल में नंदीग्राम-सिंगूर आंदोलन में नाटककार अर्पिता घोष एक जाना-पहचाना चेहरा बन गईं। उस फॉर्मूले में उन्होंने तृणमूल से निकट संपर्क विकसित किया। उस समय अर्पिता विद्वानों की सूची में तृणमूल नेता ममता बनर्जी के बाद सबसे ऊपर थी। उन्होंने बालुरघाट से तृणमूल उम्मीदवार के रूप में वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव जीता। वह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार सुकांत मजूमदार से हार गए। फिर वर्ष 2020 में अर्पिता ने तृणमूल राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की।