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आसनसोल । आईएनटीटीयूसी द्वारा श्रमिक नेता राजू अहलूवालिया के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल आरपीएफ के कमांडेंट राहुल राज से मिलने गए थे। कार्यालय में नहीं रहने के कारण उनसे भेंट नहीं हुई। इस संबंध में राजू अहलूवालिया ने कहा कि कई बार रेलवे प्रशासन से आरपीएफ द्वारा हाकरों पर अत्याचार किए जाने को लेकर आरपीएफ इंस्पेक्टर सोमनाथ बारीक से बात की गई है। लेकिन यह बड़े अफसोस की बात है कि वह बैठक के दौरान आश्वासन तो देते हैं लेकिन फिर देखा जाता है कि हाकरों पर पुनः अत्याचार शुरू हो जाता है। उनसे 1600 रुपए फाइन वसूले जाते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से चंदन नगर, दुर्गापुर, बैंडल साहित्य विभिन्न स्टेशनों पर हाकर अपना व्यवसाय करते हैं अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं आसनसोल में भी इसकी अनुमति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वह आरपीएफ इंस्पेक्टर से कोई बात नहीं करना चाहती है। वह सीनियर कमांडेंट से बात करेंगे और इसका एक स्थायी समाधान निकालेंगे और अगर आरपीएफ द्वारा अत्याचार बंद नहीं किया गया तो आने वाले समय में यहां का हाकर अपने पूरे परिवार के साथ आसनसोल रेलवे स्टेशन जाने के रास्तों पर बैठ जाएगा और साथ ही डीआरएम ऑफिस का भी घेराव किया जाएगा। डीआरएम कार्यालय के किसी भी अधिकारी को घुसने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह से आरपीएफ का अत्याचार अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगाआईएनटीटीयूसी द्वारा श्रमिक नेता राजू अहलूवालिया के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल आरपीएफ के कमांडेंट राहुल राज से मिलने गए थे। कार्यालय में नहीं रहने के कारण उनसे भेंट नहीं हुई। इस संबंध में राजू अहलूवालिया ने कहा कि कई बार रेलवे प्रशासन से आरपीएफ द्वारा हाकरों पर अत्याचार किए जाने को लेकर आरपीएफ इंस्पेक्टर सोमनाथ बारीक से बात की गई है। लेकिन यह बड़े अफसोस की बात है कि वह बैठक के दौरान आश्वासन तो देते हैं लेकिन फिर देखा जाता है कि हाकरों पर पुनः अत्याचार शुरू हो जाता है। उनसे 1600 रुपए फाइन वसूले जाते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से चंदन नगर, दुर्गापुर, बैंडल साहित्य विभिन्न स्टेशनों पर हाकर अपना व्यवसाय करते हैं अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं आसनसोल में भी इसकी अनुमति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वह आरपीएफ इंस्पेक्टर से कोई बात नहीं करना चाहती है। वह सीनियर कमांडेंट से बात करेंगे और इसका एक स्थायी समाधान निकालेंगे और अगर आरपीएफ द्वारा अत्याचार बंद नहीं किया गया तो आने वाले समय में यहां का हाकर अपने पूरे परिवार के साथ आसनसोल रेलवे स्टेशन जाने के रास्तों पर बैठ जाएगा और साथ ही डीआरएम ऑफिस का भी घेराव किया जाएगा। डीआरएम कार्यालय के किसी भी अधिकारी को घुसने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह से आरपीएफ का अत्याचार अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा

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