केंद्र की भाजपा सरकार और राज्य के टीएमसी सरकार पर औसी घोष ने जमकर साधा निशाना
आसनसोल । लोकसभा चुनाव में कांग्रेस समर्थित इंडिया गठबंधन की माकपा प्रत्याशी जहांआरा खान के समर्थन में आसनसोल के धधका स्थित डीयूसी पूजा मैदान में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की पूर्व एसएफआई छात्र नेत्री औसी घोष ने जनसभा को संबोधित कर केंद्र की भाजपा सरकार और राज्य के टीएमसी सरकार का जमकर निशाना सदा। उन्होंने कहा कि आज केंद्र में एक ऐसी सरकार है जो आए तो थे विकास के नाम पर लेकिन अपने पिछले दो बार के कार्यकाल में विकास का एक भी कार्य नहीं किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ लोगों को धर्म के नाम पर बांटती है। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री पद का चुनाव लड़ रहे थे। उसे समय उन्होंने वादा किया था कि हर साल 2 करोड लोगों को रोजगार दिया जाएगा। हर एक के अकाउंट में 15 लख रुपए आएंगे। लेकिन जब चुनाव बीच गया और उन लोगों से उन वादों की सच्चाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह सिर्फ जुमले थे। उन्होंने कहा कि भाजपा धर्म के नाम पर राजनीति करती है और विकास को दरकिनार किया जा रहा है। उनका आरोप है कि आज शिक्षा का निजीकरण किया जा रहा है, जिस वजह से आज प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक इतनी महंगी हो गई है कि आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गया है। वही टीएमसी पर भी करारा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि अगर टीएमसी यह दावा करती है कि भाजपा के सांप्रदायिक राजनीति के खिलाफ सिर्फ वही लड़ सकते हैं तो आसनसोल में जो दंगे हुए थे। उसे समय आसनसोल के भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो को टीएमसी अपनी पार्टी में कैसे ले सकती है। यह वही बाबुल सुप्रियो है जिनके खिलाफ आरोप है कि उनकी वजह से आसनसोल में दंगे भड़के थे और मौलाना साहब के बेटे की हत्या हुई थी। औसी घोष का कहना था कि कौन किस धर्म को मानेगा या कौन किस तरह से अपना जीवन जिएगा या कौन क्या खाएगा यह राजनीतिक दल तय नहीं कर सकते। राजनीतिक दलों के जिम्मेदारी राष्ट्र निर्माण की है। लोगों का विकास करने की है न की धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करना उनका काम है। मौके पर पार्थ मुखर्जी, डॉ. अरुण पांडेय, जयदीप मुखर्जी, सीपीआई युवा नेता हेमंत मिश्रा सहित अन्य नेता और कार्यकर्ता, समर्थक उपस्थित थे।