पूर्व रेलवे ट्रेन कोचों में वास्तविक समय जल स्तर संकेतक का फील्ड परीक्षण करेगा
कोलकाता । पूर्व रेलवे जल्द ही टंकी में पानी खत्म होने से पहले चेतावनी संकेत उत्पन्न करने के लिए ट्रेन के डिब्बों में आईओटी आधारित वास्तविक समय जल स्तर संकेतक का फील्ड परीक्षण करने जा रहा है। यदि कोच जलाशयों का जल स्तर न्यूनतम सीमा स्तर तक पहुंच जाता है तो यह प्रणाली अगले उपलब्ध स्टेशनों पर कोचों में त्वरित पानी भरने की सुविधा प्रदान करेगी। यह वास्तविक समय जल निगरानी प्रणाली कोचों में इंडिकेशन लैंप के माध्यम से प्रतिबिंबित संकेत उत्पन्न करेगी और साथ ही नामित व्यक्ति को जल स्तर सीमा के करीब पहुँचने के बारे में एसएमएस/वेब प्लेटफॉर्म के माध्यम से सूचना भेजेगी ताकि अगले उपलब्ध स्टेशन पर पानी की टंकी को भरने के लिए कार्रवाई की जा सके। रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार, क्षेत्रीय रेलवे अब तकनीकी आर्थिक उपयुक्तता, दक्षता, पुनः संयोजन और रखरखाव में आसानी से जाँच करने के लिए कोचों में इस वास्तविक समय जल स्तर संकेतक और त्वरित जल प्रणाली का परीक्षण करने के लिए तैयार है। पूर्व रेलवे में, 02 डिपो को आईओटी आधारित वास्तविक समय जल स्तर सेंसर यानी मैग्नेटिक फ्लोट, कैपेसिटिव और डायाफ्राम (प्रेशर ट्रांसड्यूसर) के परीक्षण के लिए नामांकित किया गया है। लंबी दूरी की प्रत्येक दो रेक वाली ट्रेनों के एक कोच में फिटमेंट व्यवहार्यता की जांच की जाएगी और परिचालन स्थितियों के तहत 3 महीनों के लिए इन्हें गतिशील परीक्षणों के लिए प्रत्येक डिपो में नामांकित की जाएगी। पूर्व रेलवे में, 02 नामांकित डिपो शॉर्टिंग यार्ड हावड़ा और सियालदह डिपो हैं, जो ट्रेन कोचों में वास्तविक समय जल स्तर संकेतक और त्वरित जल प्रणाली का फील्ड परीक्षण करेंगे। यह पहल सेवा की गुणवत्ता और परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने की रेलवे की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। वास्तविक समय जल स्तर संकेतक प्रणाली के सफल कार्यान्वयन के बाद रेलवे आधुनिकीकरण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा, जिससे यात्रियों के लिए अधिक विश्वसनीय और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित होगी।