हृदय रोग से बचाने के लिए जीवन जीने के स्टाइल को होगा बदलना – डॉ. अनुराग गुप्ता
आसनसोल में हृदय विशेषज्ञ के नहीं रहने पर यहां सेवा देना उचित
बेवजह किसी बात पर टेंशन न ले, रहे हमेशा टेंशन फ्री
आसनसोल । आजकल हृदय रोग के मरीज काफी बढ़ गए है, वह इसलिए क्योंकि जो हमारी जीवन जीने का तरीका, हमारी खान-पान है जिसके वजह से बहुत सारी बीमारियां हो रही है, जैसे सुगर, ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल ये बीमारियां बढ़ती जा रही है। उक्त बाते हृदय विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. अनुराग गुप्ता ने शिल्पांचल टुडे के पत्रकार परितोष सन्याल से एक विशेष वार्ता में कही। उन्होंने अपने बारे में कहा कि वे हृदय विशेषज्ञ क्यों बने। उन्होंने कहा कि इतने सारे हृदय रोग के मरीज को देखते हुए उन्हें लगा कि आसनसोल में हृदय रोग विशेषज्ञ कि जरुरत है। उन्होंने कहा कि वे आसनसोल के रहने वाला हूं।आसनसोल के सेन्ट पेट्रिक स्कूल में पढ़ाई किया। उन्हें हृदय रोग विशेषज्ञ बनने कि प्रेरणा अपने पिता से मिली। इन साब को देखते हुए आसनसोल में हृदय रोग इलाज दे संकू। आज के जमाने में हृदय रोग से कैसे बचे। इससे बचने के उन्होनें कई उपाय भी बताए। जैसे आज के इस समय में जहां लोग इतने व्यस्त हैं अपने काम को लेकर, जिन्हें घर का खाना नसीब नहीं हो रहा है और वह बाहर के खाने पर आश्रित है। उससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ रहा है, उनका खाना पचता नहीं है। उनका लाइफ स्टाइल देर रात तक जागना, सुबह देर से उठना, काम की टेंशन इन सब चीजों से हृदय पर स्ट्रेस बढ़ता है और बहुत सारी बीमारियां होती हैं। एक अच्छी जीवन जीने के लिए हमे कुछ नियम का पालन करना पड़ेगा। सबसे जरूरी सतर्क रहना है। हम सतर्क कैसे रह सकते है। लोगों को अच्छी खान-पान, उबाला हुआ साफ सुथरा खाना खाए, खाने में साग सब्जी ,सलाद को ज्यादा मात्रा में खाएं। फर्स्ट फूड न खाए, नमक को खाने में कम इस्तेमाल करें, टेबल साल्ट को टेबल पर न रखें। उसका इस्तेमाल कम करे। इसके अलावा जो सुगर यानी चीनी होता है। उसे भी न ले। दिन में चार कप चाय पीने वाले चाय प्रेमियों को भी इस से बचना चाहिए। क्योंकि चार कप चाय में चार चम्मच चीनी की मात्रा होती हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए ठिक नहीं है। इस से मोटापा बढ़ता है, जिस से हमारे शरीर में चर्बी हो जाती है, जो हमारे लीवर और हार्ट में जाकर जम जाती है, जिससे वहां की नली सकरी हो जाती है और उसके वजह रक्त हृदय तक नहीं पहुंच पाता है। हृदय में ब्लड नहीं पहुंच पाने के कारण जिसके कारण हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा देखा जाता है कि मनुष्य टेंशन में ज्यादा धूम्रपान करते है, जो हृदय रोग के लिए ज्यादा घातक होता है। डॉ. अनुराग गुप्ता ने कहा कि जबसे जरूरी है कि टेंशन कैसे कम करेंगे। टेंशन एक मानसिक चीज है। टेंशन जितना लेना चाहते है, उतना टेंशन हो सकता है। टेंशन जितना छोड़ना चाहते है, उतना फ्री होकर रह सकते है। उन्होंने कहा कि जो चीज आपके हाथ में नहीं है, उसके लिए टेंशन लेकर कोई फायदा नहीं है। उन्होंने ने टेंशन फ्री रहने के उपाय बताए। टेंशन को लेकर ज्यादा न सोचे। रात में ज्यादा न जागे, सुबह जल्दी जागे। रोज सुबह योगा करें। जिससे कि हमारे मस्तिष्क को एक अंदरूनी शांति मिले।