दुर्गापूजा लक्ष्मी पूजा के मद्देनजर आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट ने जारी की नो एंट्री की समय सारणी
आसनसोल । पश्चिम बंगाल की सबसे बड़ी त्योहार दुर्गापूजा को लेकर पूरे बंगाल के प्रशासन की तरह आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारी भी सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुरी तैयारी कर रहे हैं। आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से दुर्गापूजा से लेकर लक्ष्मीपूजा तक आसनसोल और दुर्गापुर में यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए कुछ दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। आसनसोल और दुर्गापुर में मालवाहक गाड़ीयों के निम्नलिखित समयों पर दुर्गापूजा और लक्ष्मीपूजा के मद्देनजर नो एंट्री की गई है।
8 अक्टूबर दोपहर दो बजे से रात 12 बजे तक,
9 अक्टूबर दोपहर एक बजे से 10 अक्टूबर रात दो बजे तक, 10 अक्टूबर दोपहर एक बजे से 11अक्टूबर रात दो बजे तक, 11 अक्टूबर दोपहर एक बजे से तीन बजे सुबह तक, 12 अक्टूबर दोपहर एक बजे से 13 अक्टूबर सुबह चार बजे तक, 13 सितम्बर सुबह पांच बजे से दोपहर 12 बजे तक कुमारी पूजा के मद्देनजर 13 अक्टूबर एक बजे से 14 अक्टूबर चार बजे तक, 14 अक्टूबर दोपहर एक बजे से 15 अक्टूबर सुबह चार बजे तक यह नियम लागु रहेंगे। वहीं प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर भी कुछ दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान कोलकाता जाने वाले माल वाहक गाड़ियों का
परिचालन निम्नलिखित दिनों और समय पर बंद रहेगा। 15अक्टूबर दोपहर एक बजे से 16 अक्टूबर सुबह पांच बजे तक, 16 अक्टूबर दोपहर एक बजे से 17 अक्टूबर सुबह पांच बजे तक, 17 अक्टूबर दोपहर एक बजे से 18 अक्टूबर पांच बजे तक, 18 अक्टूबर दोपहर एक बजे से 19 अक्टूबर पांच बजे तक। वहीं लक्ष्मी प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान कोलकाता जाने वाले माल वाहक गाड़ियों का परिचालन निम्नलिखित दिनों और समय पर बंद रहेगा। 21 अक्टूबर दोपहर एक बजे से 22 अक्टूबर चार बजे तक, 22 अक्टूबर दोपहर एक बजे से 23 अक्टूबर सुबह चार बजे तक। आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से यह भी सुचित किया गया है कि झारखंड से कोलकाता जाने हर वाले माल वाहक वाहन को बंगाल झारखंड की सीमा पर डुबुरडीही चेकपोस्ट पर रोका जाएगा । इसके साथ ही आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट ने सभी माल वाहक वाहन चालकों से उपरोक्त समय सारणी को मानकर वाहनों का परिचालन करने का अनुरोध किया। साथ ही जरुरत पड़ने पर किसी नीकटवर्ती सराय पार्किंग या ढाबा में ठहरने को कहा गया है।