आसनसोल डीएसए ईस्टर्न रेल की टीम ने आसनसोल विलेज को 2 – 0 हराकर किया ट्रॉफी पर कब्जा
आसनसोल । आसनसोल के पोलो मैदान में आसनसोल गोल्ड ट्रॉफी फुटबॉल प्रतियोगिता का फाइनल मैच खेला गया। यह फाइनल मैच आसनसोल विलेज और आसनसोल डीएसए ईस्टर्न रेल की टीम के बीच खेला गया। इस मैच में ईस्टर्न रेल की टीम ने 2 – 0 से जीत हासिल की। इस संदर्भ में आसनसोल सब डिविजनल स्पोर्ट्स एसोसिएशन के फुटबॉल सेक्रेटरी शुखेंदू बनर्जी ने कहा कि इस प्रतियोगिता में 8 टीमों ने हिस्सा लिया था। यह प्रतियोगिता का दूसरा साल था। जीतने वाली टीम को अमलकांत सरकार मेमोरियल ट्रॉफी प्रदान की गई। वहीं उपविजेता टीम को देवव्रत सरकार मेमोरियल ट्रॉफी प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि आसनसोल सबडिवीजन की 8 टीमों ने इसे प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इसमें रानीगंज की टीम भी सम्मिलित थे। आज एक रोमांचक फाइनल मुकाबले में ईस्टर्न रेलवे की टीम ने जीत हासिल की। कार्यक्रम के दौरान राज्य के मंत्री मलय घटक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस मौके पर रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी, आसनसोल नगर निगम के एमएमआईसी गुरुदास चटर्जी, आसनसोल के प्रसिद्ध उद्योगपति और समाजसेवी सचिन राय, एचएन मिश्रा सहित शहर के विशिष्ट गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। प्रतियोगिता का संचालन आसनसोल रेफरी ऐसोसिएशन द्वारा किया गया। हालांकि उन्होंने आसनसोल विलेज एकादश के खिलाड़ियों के पारितोषिक समारोह में नहीं आने पर अपना असंतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि पारितोषिक वितरण समारोह में शहर के कई विशिष्ट लोग आए हुए थे। ऐसे में आसनसोल विलेज एकादश की टीम समारो में नहीं आई। उन्होंने अपने कुछ उन खिलाड़ियों को भेज दिया जो इस मैच में खेल भी नहीं थे। उन्होंने कहा कि यह खेल भावना के विपरीत है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी शाम मैटेलिक की टीम के खिलाड़ियों ने भी ऐसा ही कुछ किया था। उन्होंने तो पुरस्कार वितरण समारोह का ही बायकाट कर दिया था। उनका साफ कहना है कि आसनसोल सब डिविजनल स्पोर्ट्स एसोसिएशन इस मुद्दे को गंभीरता से खिलाड़ी इस तरह की हरकत न करें।