मिड डे मील के राशि में देखी जा रही है बड़ी गड़बड़ी, कहीं न कहीं इसमें हो रहा है बड़ा घोटाला – अमिताभ गोराई
कोई घोटाला नहीं हुआ, केंद्र सरकार देर से भेज रही पैसा – सुब्रत
आसनसोल । आसनसोल नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा पार्षद चैताली तिवारी ने गोधूली स्थित उनके आवासीय कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि मिड डे मील के लिए दिए जाने वाली राशि में अनियमितता हो रही है। पत्रकार सम्मेलन के मौके पर भाजपा नेता अमिताभ गोराई, मदन मोहन चौबे, पार्षद गौरव गुप्ता उपस्थित थे। चैताली तिवारी ने आरोप लगाया कि मिड डे मील के लिए राशि में जो गड़बड़ी देखी जा रही है उनको संदेह है कि कहीं न कहीं इसमें बड़ा घोटाला हुआ है। इस बारे में विस्तार से बताते हुए अमिताभ गोराई ने कहा कि भ्रष्टाचार और तृणमूल कांग्रेस पर्यायवाची शब्द बन चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हर क्षेत्र में घोटाला करते-करते अब टीएमसी नेताओं को घोटाला करने की इतनी आदत पड़ चुकी है कि बच्चों के खाने को भी यह लोग नहीं छोड़ रहे। इसमें भी वह घोटाला कर रहे हैं। उन्होंने कहा आजकल आसनसोल नगर निगम के अंतर्गत आने वाले स्कूलों के मिड डे मील की राशि तीन चरणों में दी जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनवरी 2023 से लेकर मार्च 2024 तक 20 लाख रुपए से ज्यादा की राशि मिड डे मील के लिए आवंटित की गई है। इसमें मई का महीना सम्मिलित नहीं है। क्योंकि उस समय गर्मियों की छुट्टियां रहती है। उन्होंने कहा कि मिड डे मील के लिए विभिन्न स्कूलों द्वारा जिस राशि की मांग करते हुए यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट देकर आवेदन किया गया था। वह राशि आसनसोल नगर निगम के मिड डे मील के पोर्टल या ऐप पर दी गए राशि से मेल नहीं खा रहा। उन्होंने शक जताया कि इसमें जरूर कहीं न कहीं गड़बड़ी की गई है। उन्होंने कहा कि आज ऐसी नौबत आ गई है कि पिछले तीन से चार महीनों से स्कूलों के टीचर ही अपने खर्चे से मिड डे मील चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। केंद्र सरकार लगातार मिड डे मील के लिए पैसे भेज रही है। लेकिन राज्य सरकार जिस तरह से अन्य विभागों में भ्रष्टाचार कर रही है। अब बच्चों के खाने में भी भ्रष्टाचार पर उतर आई है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जानी चाहिए और इसके साथ ही उन्होंने यह मांग किया कि एक बच्चे के मिड डे मील के लिए 5.40 रुपया का खर्च निर्धारित किया गया है। इस महंगाई के दौर में यह संभव नहीं है कि इतने कम खर्चे में बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदान किया जा सके। उन्होंने इस खर्च को बढ़ाने की बात कही। इस संबंध में आसनसोल नगर निगम के शिक्षा विभाग के एमएमआईसी सुब्रत अधिकारी से पूछे जाने पर उन्होंने मिड डे मील की राशि के आवंटन में किसी प्रकार के धांधली या भ्रष्टाचार से इनकार किया। उन्होंने कहा कि चुनाव की वजह से पैसा नहीं आया था। जून महीने में फिर से पैसा आया है। अब फिर से विभिन्न स्कूलों को पैसा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जैसे-जैसे पैसा भेज रही है। ठीक उसी प्रकार पैसा दिया जा रहा है। लेकिन अगर केंद्र सरकार ही देरी से पैसा भेजेगा तो इसमें आसनसोल नगर निगम कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने साफ कहा कि मिड डे मील में कहीं पर भी कोई भ्रष्टाचार नहीं हो रहा है।