निगम ने कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि का किया पालन
आसनसोल । बांग्ला कैलेंडर के अनुसार बुधवार कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि है। इस अवसर पर आसनसोल नगर निगम की तरफ से रविंद्र भवन प्रांगण में लगे कवि गुरु और रविंद्र नाथ टैगोर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस मौके पर यहां आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, एमएमआईसी गुरुदास चटर्जी विभिन्न वार्ड के पार्षद और आसनसोल नगर निगम के तमाम वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। यहां पर सभी ने कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके उपरांत अपना वक्तव्य रखते हुए अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने अपनी लेखनी से जीवन के हर पहलू को स्पर्श किया। चाहे वह देश प्रेम हो समाजवाद हो या आध्यात्मिक उन्नति। उन्होंने अपनी लेखन के जरिए जीवन के हर पहलू पर प्रकाश डाला। वह एक ऐसे इंसान थे जिन्होंने हमेशा समाज और मानव सभ्यता को और बेहतर बनाने की दिशा में कार्य किया। कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर ने शिक्षा के विकास के लिए भी भरपूर योगदान दिया है। वह किताबी ज्ञान से ज्यादा इंसान के अंदर की अनुभूति को जगाने में विश्वास रखते थे और इसीलिए उन्होंने पारंपरिक तरीके से पढ़ाई लिखाई करने के बजाय प्रकृति की गोद में पठन-पाठन करने पर ज्यादा जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी काम किया। जिस वजह से शांतिनिकेतन में आदिवासी समाज की महिलाओं के लिए ऐसी परियोजनाएं शुरू की गईं। ताकि वह आर्थिक रूप से स्वावलंबी हो सके। अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि यह बंगाल के लिए बड़े गर्व की बात है कि कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर जैसे महापुरुष का जन्म बंगाल में हुआ था। उनकी रचनाएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी उस समय हुआ करती थी। वही गुरदास चटर्जी ने भी कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर को याद करते हुए कहा कि कवि गुरु की वजह से ही बंगाल को पूरे विश्व में पहचान मिली उन्होंने साहित्य में नोबेल प्राइज जीता बांग्ला भाषा को विश्व मानचित्र पर एक स्थान मिला गुरदास चटर्जी ने कहा कि यह हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि हम कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की धरती पर जन्मे है और आसनसोल नगर निगम हमेशा इन जैसे महापुरुषों की जयंती और पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है। मौके पर पार्षद दिलीप बराल, बबिता दास, निगम के हेड क्लर्क वीरेंद्र अधिकारी, कल्चरारल विभाग के कलोल राय सहित अन्य उपस्थित थे।