आसनसोल । 1 अप्रैल से नहाए खाए से शुरू 4 दिवसीय चैती छठ तीसरे दिन डूबते सूर्य को व्रतियों ने अर्घ्य दिया। तीसरे दिन शिल्पांचल के विभिन्न नदी तालाब , जलाशय में संस्था की ओर से सुव्यवस्थित व्यवस्था की गई थी। ताकि छठ व्रतियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। इसी क्रम में शिल्पांचल के ख्याति प्राप्त कल्ला प्रभु छठ घाट पर ली क्लब के सचिव सह समाजसेवी कृष्णा प्रसाद के नेतृत्व में प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी आकर्षक ढंग से सजाया गया था। घाट की साज सज्जा में कोई कमी नहीं थी। वहीं छठ व्रतियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो उसकी पूरी व्यवस्था की गई थी। कृष्णा प्रसाद द्वारा हर साल चैती छठ तथा नवंबर महीने में होने वाले छठ का आयोजन बड़े धूम धाम से किया जाता है। कृष्णा प्रसाद द्वारा प्रभु छठ घाट पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं की हर सुविधा का ख्याल रखा गया था। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए थे। सभी ने परंपरा के अनुसार डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य दिया। कल सुबह शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इस मौके पर कृष्णा प्रसाद ने कहा कि समाजसेवा से बढ़कर दूसरा कुछ नहीं है। वे हमेशा चाहते हैं कि किसी न किसी रूप में समाजसेवा कर सकें। वहीं उन्होंने कहा कि छठ पूजा में ज्यादा से ज्यादा लोग श्रद्धालु घाट पर पहुंचे। वह इसी तरह से ईश्वर की कृपा से और अपने पूर्वजों के आशीर्वाद से पूरी जिंदगी लोगो की सेवा करते रहना चाहते है। कल्ला प्रभु छठ घाट पर व्यवसायी अनिल जालान, ली क्लब के वरिष्ठ सलाहकार विजय प्रकाश, सुरेश प्रसाद, वरुणमय विश्वास, टिंकू वर्मा, शनि प्रसाद, मनोज प्रसाद, बिनोद प्रसाद सहित दर्जनों सदस्य मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन रजनीश पांडेय ने किया।