पश्चिम बंगाल मारवाड़ी महिला सम्मेलन (सत्र 2024–2026) की द्वितीय प्रांतीय कार्यकारिणी बैठक “तेजस्विनी” का आयोजन
आसनसोल । पश्चिम बंगाल मारवाड़ी महिला सम्मेलन (सत्र 2024–2026) की द्वितीय प्रांतीय कार्यकारिणी बैठक “तेजस्विनी” का आयोजन शनिवार आसनसोल क्लब में भव्यता एवं गरिमा के साथ संपन्न हुआ। प्रांतीय अध्यक्ष बिनीता अग्रवाल की अध्यक्षता में, इस बैठक का आतिथ्य आसनसोल शाखा द्वारा किया गया, जिसकी अध्यक्ष सोनल गाडीवान, सचिव कांता खेमका रहीं। बैठक की शुरुआत बंगाल की सांस्कृतिक परंपरा के अनुरूप ढाक एवं धुनुची नृत्य से अतिथियों के स्वागत के साथ हुई। गणेश पूजन, दीप प्रज्वलन, तुलसी पूजन एवं सामूहिक प्रार्थना के माध्यम से आयोजन को आध्यात्मिक ऊर्जस्विता मिली। इस कार्यकारिणी की गरिमा को बढ़ाया संगठन की वरिष्ठ एवं मार्गदर्शक पदाधिकारियों ने, जिनमें प्रमुख रूप से उपस्थित रही बिनीता अग्रवाल (प्रांतीय अध्यक्ष), रेखा लाखोटिया (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प.बं. अंचल प्रमुख), बबीता बगड़िया (निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष), कंचन ड्रोलिया (प्रदेश सचिव), नीलू अग्रवाल (प्रदेश कोषाध्यक्ष), मधु सिंघानिया (राष्ट्रीय संस्कार संस्कृति प्रमुख एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष), उमा अग्रवाल (पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश संबंध समन्वय प्रमुख)साथ ही संपूर्ण प्रांतीय कार्यकारिणी की सक्रिय उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन मधु डुमरेवाल एवं निधि पसारी ने किया।
मुख्य आकर्षण एवं घोषणाएँ: प्रांतीय अध्यक्ष बिनीता अग्रवाल ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में नारी सशक्तिकरण, पर्यावरण सुरक्षा, बाल विकास, और आत्मनिर्भरता जैसे विषयों पर सभी शाखाओं के कार्यों की सराहना करते हुए भावी दिशा में ठोस योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने विशेष रूप से प्रांतीय पर्यावरण प्रमुख अनीता गोयनका व सह प्रमुख प्रज्ञा अग्रवाल, बाल विकास प्रमुख निधि पसारी एवं सह प्रमुख स्नेहा खेमानी, महिला सशक्तिकरण प्रमुख उर्मिल सरावगी व सह प्रमुख शिल्पी अग्रवाल के उल्लेखनीय योगदान की प्रशंसा की। प्रांत द्वारा तैयार की गई “पहचान” पत्रिका एवं प्रांतीय डायरेक्टरी का भव्य विमोचन किया गया। इस सृजनात्मक प्रयास के लिए संपादक मधु डुमरेवाल, सचिव कंचन ड्रोलिया, कोषाध्यक्ष नीलू अग्रवाल को विशेष धन्यवाद प्रकट किया गया। तेजस्विनी सेवा कार्य के अंतर्गत 7 सिलाई मशीनें एवं 1 व्हीलचेयर विशिष्ट अतिथियों के करकमलों से जरूरतमंदों को प्रदान की गईं। एक व्हीलचेयर दुर्घटना से पीड़ित मासूम हसन को प्रदान की गई, जो एक प्रेरणात्मक क्षण बना। रक्तदान, अंगदान, नेत्रदान को लेकर सक्रिय जागरूकता कार्यों की सराहना करते हुए प्रांतीय अध्यक्ष ने प्रदेश में आई बैंक स्थापना की संभावनाओं को गति देने का भी आह्वान किया।
आगामी “108 भागवत पूजा” (8–14 सितंबर 2025) हेतु जजमान सूची घोषित की गई। साथ ही डोनेशन कूपन का विमोचन किया गया। शाखाओं से राष्ट्रीय निर्देशों अनुसार कार्यों में बोर्ड लगाने, संविधान कार्यशाला, संबंध समन्वय, और नवीन शाखा निर्माण जैसे बिंदुओं पर सक्रिय सहभागिता की अपील की गई।
प्री-वेडिंग शूट, अनावश्यक ड्रेस कोड और मदिरापान जैसी कुरीतियों पर समाज में मातृशक्ति द्वारा पहल कर संस्कार-संरक्षण की जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया गया। उल्लेखनीय बातें – अधिवेशन में ही होंगे अवॉर्ड, कार्यकारिणी बैठकों को अब विचार-मंथन एवं नीति निर्माण का केंद्र बनाया जाएगा। संविधान की जानकारी – प्रत्येक बहन को संगठन के संविधान से परिचित कराने हेतु संविधान कार्यशालाओं की योजना। थीम – “गृह हरित – धरा सुरक्षित” के अंतर्गत पर्यावरण सरंक्षण को विशेष प्राथमिकता दी गई। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। यह बैठक तेजस्विता, सेवा और संस्कार की त्रिवेणी बनकर पश्चिम बंगाल सम्मेलन की नई ऊँचाईयों का संदेश दे गई।
आसनसोल शाखा सदस्य आशा, कृति, शीतल, आभा, रचना द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुति दी गई साथ ही सामाजिक चेतना पर आधारित नाटक की प्रस्तुति निर्मला, स्नेहा, रश्मि, लक्ष्मी, ऐश्वर्या,प्रीति, निधि द्वारा प्रस्तुत की गई। साथ ही कार्यक्रम की अन्य सहयोगी सदस्य रेखा गाड़ीवान, रजनी, शीला, बंदना, विनस, सुमन, सबिता, सुनीता, निधि भुरुका, अनीता उपस्थित रही।