जत्थेदार केशगढ़ साहेब ज्ञानी रघुवीर सिंह ने पुराने भवन से गुरु ग्रंथ साहिब लाकर नई इमारत में सुशोभित किया
आसनसोल । जत्थेदार केशगढ़ साहेब ने पुरानी आसनसोल गुरुद्वारा इमारत से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को पांच प्यारो की मौजूदगी में प्रबंधक कमेटी संगत के सहयोग से सिख मर्यादा के अनुसार माथे पर रखकर नई इमारत में दरबार साहिब में पालकी साहिब पर सुशोभित की एवं गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश हुकमनामा अर्थात उनको पढ़कर इसका उद्घाटन किया। इसके बाद कीर्तनी जत्था जो कि अमृतसर हजूरी रागी दरबार साहिब से सिमर प्रीत सिंह, करमजीत सिंह ने गुरबाणी कीर्तन के माध्यम से सगतो को निहाल किया। इसके उपरांत धर्म प्रचार कमेटी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर के हेड प्रचारक जगदेव सिंह ने गुरुद्वारों की महत्ता एवं जगह जगह पर हो रहे कार्यक्रम के बारे में बताया साथ मे सिखों की महत्ता के बारे में संगतों से रूबरू हुए। इस कार्य के लिए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी आसनसोल को तहे दिल से धन्यवाद दिया। कहा पूरे इलाके में गुरु तेग बहादुर जी के 400वीं जन्म उत्सव को मनाने का जो कार्यक्रम है उसकी शुरुआत शुक्रवार यहां से हुई है। आप सभी से अनुरोध है कि आप इस 400 साला समागम को सफल बनाएं।
इसके बाद जत्थेदार केशगढ़ पंजाब ज्ञानी रघुवीर सिंह जी ने अपने प्रवचन के माध्यम से गुरु के इतिहास एवं गुरुद्वारे की क्यों जरूरत है इस पर विचार व्यक्त किया। साथ में इस तरह के भव्य गुरुद्वारा की तारीफ भी की समूह संगत से अनुरोध किया है। गुरु तेग बहादुर जी के जनशताब्दी कार्यक्रम में अपना हिस्सा जरूर लिखवाए चाहे तन मन या धन से हो जरूर गुरु ग्रंथ साहिब गुरु रूप शब्द से जुड़े ताकि जो गुरुद्वारे बन रहे हैं उनका मकसद ही गुरु शब्द से जोड़ना है।सभी आप गुरु शब्द से जुड़े। शुक्रवार के दिन आसनसोल गुरु नानक गुरद्वारा में संपूर्ण सिख मर्यादा के अनुसार नए भवन का उद्घाटन हुआ। इस मौके पर आसनसोल
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान अमरजीत सिंह भरारा ने कहा तकरीबन 15 महीने पहले इस नए गुरुद्वारा भवन की नींव का पत्थर जत्थेदार अकाल तख्त ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी रख कर गए थे। 15 महीने के अंदर हम लोगों ने तकरीबन 5 करोड़ की लागत से आप सभी संगत के सहयोग से भव्य गुरद्वारे का निर्माण किया है। गुरुद्वारे के निर्माण कार्य में इंजीनियर टेक्नीशियन और जो गुरुद्वारा साहिब के बनाने वाले कारीगर हैं उनको विशेष रूप से पंजाब से बुलाया गया है। इन सभी की अथक मेहनत ने आज इस तरह का एक सुंदर इस शिल्पांचलं में गुरुद्वारा साहिब का रूप दिया है। इस कार्यक्रम के बीच में आसनसोल नगर निगम के
प्रशासक अमरनाथ चटर्जी एवं आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नर सुधीर नीलकांता भी पहुच कर गुरु ग्रंथ साहिब को नतमस्तक हुए। सभी समाजसेवी प्रशासक जनप्रतिनिधियों को आसनसोल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से सम्मानित किया गया। यहां पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से जिन कारीगरों ने इस गुरुद्वारा बिल्डिंग को बनाने में अपना समय दिया उनको भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में गुरुद्वारा भवन के ऊपर बने लंगर हॉल में हजारों लोगों ने लंगर छका। गुरुद्वारा बिल्डिंग के ठीक नीचे पार्किंग की व्यवस्था है। ताकि आने वाली संगत श्रद्धालुओं को पार्किंग की कोई असुविधा न हो। इस कार्यक्रम में आसनसोल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य, स्थानीय गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य सहित अन्य सिख संस्थाएं मौजूद थी।