आर्यन की मासुमिता पर रहम करने की अपील – सुरेन जालान
आसनसोल । मासूम आर्यन खान की थोड़ी सी गुनाह उम्र का दोष है। इस बात से पता लगा कि जब वह अपने पिता शाहरुख खान से पहली बार इस केस के बाद मुलाकात की तो उन्हें अपने पिता से यह कहते हुए सुना गया ‘सॉरी पापा’ इससे पता लगता है। हमारे महानायक शाहरुख खान एवं उनके परिवार का इनमें कोई दोष नहीं है। गलती है तो सिर्फ इतनी कि बच्चा कहां जा रहा है, क्या कर रहा है। कैसी लिबास पहन रहा है और कैसे लोगों से उसकी दोस्ती है। इसे नजरअंदाज करना एवं आजकल के बच्चों के सामने मां-बाप को सहना पड़ता है। बच्चे आमतौर पर यही कहते हैं। पापा आप को क्या मालूम। यह उनके यहां ही नहीं आज की युवा पीढ़ी में और आमतौर पर कुछ हद तक ज्यादा देखा जा रहा है। उक्त बातें आसनसोल के सामजसेवी सह व्यवसायी सुरेन जालान ने कही। उन्होंने एनसीबी और एसआईटी के जांच अधिकारियों से प्रार्थना किया कि उस बच्चे को या तो उनके माता-पिता के संरक्षण में सुधार बालग्रह ऐसी सजा देकर या फिर उसे छोड़ देना चाहिए। कहीं यह बच्चा नवाब मलिक, समीर वानखेडे एवं किसी भी राजनीतिक दलों का जो आपस की वर्चस्व की लड़ाई में एक दूसरे की खाल उधेड़ रहे है। शिकार न हो जाए। कौन कितना देशद्रोह विस्तारवादी है। उनके बुरे कर्मो की सजा उन्हें दी जाय। इस पर कानून के तहत जितने भी कड़ी से कड़ी सजा दी जाए एवं ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश करके राष्ट्रहित के लिए देश के नौजवानों को बचाएं।