बेरोजगारी के कारण मानसिक तनाव में एक श्रमिक की हुई मौत परिजनों ने किया विरोध प्रदर्शन
बर्नपुर । इस्पात नगरी बर्नपुर में जमीन के नीचे से सीएनजी निकालने वाली एक निजी कंपनी ग्रेट ईस्टर्न एनर्जी कॉरपोरेशन लिमिटेड के सामने शुक्रवार को एक श्रमिक के परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। हीरापुर निवासी 47 वर्षीय राजेश पाल को 18 महीने पहले कई अन्य कर्मचारियों के साथ निकाल दिया गया था। फिर उन्हें बहाल कर दिया गया लेकिन 7 महीने बाद फिर से निकाल दिया गया। उनके सहयोगी अमित माजी ने आरोप लगाया कि तनाव को सहन न कर पाने के कारण उनकी मौत हो गई। अमित ने कहा कि मृतक राजेश की पत्नी एक बेटा एक बेटी और विधवा मां है। सिर्फ तीन महीने पहले ही उनके पिता की भी राजेश की नौकरी न रहने के सदमे के कारण मौत हो गयी थी। उन्होंने घटनास्थल पर पंहुचे पत्रकारों से पुछा कि ऐसी हालत में उनके परिवार का क्या होगा? अमित ने कहा कि इस कारखाने को बनाने के लिए राजेश के परिवार ने काफी जमीन दी थी लेकिन इसके बाद जिस तरह से उनको नौकरी से निकाल दिया गया। उससे राजेश पर जो मानसिक तनाव आया उसी का नतीजा है कि उसकी आज मौत हो गयी। अमित ने आरोप लगाया कि काम से निकाले गए श्रमिकों को लेकर प्रबंधन के साथ बैठक करने की बात थी। लेकिन प्रबंधन इस मुद्दे पर हीला हवाली कर रहा था। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजन को नौकरी एवं 15 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग किया गया। इस संदर्भ में कंपनी के ठेकेदार रवि तेज कुशबाश उर्फ सनी सिंह ने संबंधित व्यक्ति के दुखद निधन के बारे में जानकर दुख जताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ बदमाशों द्वारा सरासर जबरन वसूली और उत्पीड़न के लिए मामले में कंपनी का नाम घसीटा जा रहा है। पूर्व में भी कुछ बदमाशों ने इस तरह के अवैध तरीके अपनाए हैं। उन्होंने बताया कि मृतक व्यक्ति के साथ उनका कोई संबंध नहीं है।