आसनसोल में मनसा देवी माता की अष्टधातु की प्रतिमा पहुंची, स्वागत और दर्शन के लिए भक्तों की उमड़ी भीड़
आसनसोल । शिल्पांचल के आसनसोल में मनसा देवी माता की अष्टधातु की प्रतिमा पहुंची। स्वागत और दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी। सनद रहे अष्टधातु से बनी 35 किलोग्राम वजन की प्रतिमा जो पुरी के गोवर्धन मठ से चलकर पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती की जन्मभूमि मधुबनी जिला के हरिपुर 29 अप्रैल को पहुंचेगी। बुधवार को मनसा देवी माता की प्रतिमा आसनसोल के जुबली मोड़ पर जब पहुंची। शिल्पांचल के जनगण के द्वारा भव्य स्वागत किया गया। जुुबलीमोड़ से पचगछिया आनन्देश्वर महादेव मंदिर तक शोभायात्रा का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि पुरी गोवर्धन मठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के जन्म स्थान मधुबनी के हरिपुर में मनसा माता का भव्य मंदिर बनाया गया है। जिसमें उड़िसा के पुरी के विश्वविख्यात कारीगरों ने मंदिर एवं माता की मुर्ती का निर्माण किया है। मई महीने के 24 तारीख को इस मंदिर में मनसा माता का प्राण प्रतिष्ठा में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती स्वयं उपस्थित रहेंगे। आसनसोल चेम्बर ऑफ कामर्स के सचिव शम्भू नाथ झा ने पत्रकारों को बताया कि मनसा माता के दर्शन के लिए भक्तगण बेसब्री से इंतजार कर रहें थे। मनसा माता की शोभायात्रा पुरी से आरंभ होकर आसनसोल होते हुए जा रही है जो बहुत ही सौभाग्य की बात है। वहीं उन्होंने कहा कि पंचगछिया स्थित आनन्देश्वर महादेव मंदिर में शाम को भजन कीर्तन का आयोजन हुआ। रात्रि विश्राम के बाद शोभायात्रा गुरुवार की सुबह देवघर, भागलपुर, बेगुसराय, समस्तीपुर होते हुए 29 अप्रैल को मधुबनी पहुंचेगी। इस मौके पर गौरव मिश्रा, विवेकानंद ठाकुर, इंद्रजीत दे, विपुल मिश्रा, राहुल उपाध्याय, शुशांत मिश्रा की सक्रिय भूमिका रही।