14 सूत्री मांगों के समर्थन में अनुसूचित जाति परिषद की तरफ से जिला शासक कार्यालय के सामने प्रदर्शन
आसनसोल । अखिल भारतीय अनुसूचित जाति परिषद की तरफ से आसनसोल के रवीन्द्र भवन से एक रैली निकाली गई जो कि पश्चिम बर्दवान जिला शासक कार्यालय तक गई । इस मौके पर अनुसुचित जाति के तमाम लोग यहां उपस्थित थे। पत्रकारों से बातचीत के क्रम मे संगठन के पश्चिम बर्दवान जिला अध्यक्ष विश्वनाथ दास ने कहा कि उनकी 14 सूत्री मांगों के समर्थन में बुधवार यह अभियान किया गया। उन्होंने कहा कि हाल ही में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लक्ष्मी भंडार के तहत अनुसुचित जाति के लोगों को हर महीने एक हजार रुपये देने की बात कही थी। लेकिन वास्तविकता यह है कि अनुसुचित जाति के बहुत से लोगों के पास अनुसुचित जाति प्रमाणपत्र नहीं है। ऐसे उनके संगठन की मांग है कि किसी जनप्रतिनिधि द्वारा उनको उनके अनुसुचित जाति का होने का प्रमाण पत्र देने की व्यवस्था की जाए जिससे उनको ममता बनर्जी के इस परियोजना का लाभ मिले। इसके साथ ही उन्होंने अनुसुचित जाति के लोगों को जमीन का पट्टा देने की मांग की। वहीं उन्होंने बताया कि ऐसे भी लोग हैं जिनके पास जमीन तो है लेकिन घर बनाने के लिए पूंजी नहीं है। उन्होंने सरकार की तरफ से ऐसे लोगों की मदद करने की भी अपील की। विश्वनाथ दास ने कई लोगों द्वारा फर्जी तरीके से एससी/एसटी शंसापत्र बनवाकर सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने का आरोप लगाया । उन्होंने ऐसे फर्जीवाड़े पर रोक लगाने के साथ साथ अनुसुचित जाति के बच्चों को उच्च शिक्षित करने की मांग की जिससे आने वाले समय में इस समाज से भी आईपीएस आईएएस अधिकारी निकल सकें। इस मौके पर विश्वनाथ दास, बबलु बाउरी, संतोष बाउरी, सुबोधचंद्र दास, बांकुड़ा से आए कालू बाउरी, मोतिलाल सोरेन सहित संगठन के तमाम पदाधिकारि और सदस्य उपस्थित थे।