सीआरएस ने देवघर एवं दुमका सेक्शन के बीच नवनिर्मित विद्युतीकरण के कार्य का किया निरीक्षण
आसनसोल । सामाजिक – आर्थिक विकास के साथ-साथ देश के प्रत्येक भाग में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए भारतीय रेल नए रेलवे लाइनों आदि के निर्माण के साथ-साथ ढांचागत विकास को भी बढ़ा रही है। इसके एक भाग के रूप में एएम चौधरी, रेलवे संरक्षा के आयुक्त (सीआरएस)/पूर्वी सर्किल तथा परमानंद शर्मा, डीआरएम आसनसोल ने आरए चौधरी सीपीडी/आरई तथा पूर्व रेलवे, प्रधान कार्यालय, कोलकाता से एस सिंघल/ सीईडीई, पूर्व रेलवे एवं आसनसोल मंडल के नामित शाखा अधिकारियों के साथ देवघर एवं दुमका सेक्शन के बीच नवनिर्मित विद्युतीकरण के कार्य का बुधवार को निरीक्षण किया।
सीआरएस ने देवघर एवं बासुकीनाथ स्टेशनों के पैनल कक्ष, ओवरहेड उपस्करों(ओएचई) लोकेशन 10/04 -05 के बीच आरओबी संख्या 21 तथा ओवरहेड उपस्करों(ओएचई) लोकेशन 70/10 – 11 के बीच आर ओ बी 124ए तथा ओएचई लोकेशन 16/19 17/16 एवं ओएचई लोकेशन 27/3 – 6 के बीच कर्व(वक्र), ओएचई लोकेशन 17/04 पर एटीडी(ऑटो टेनशनिंग डिवाइस),ओएचई लोकेशन 21/04 – 05 के बीच समपार फाटक संख्या 10/सी/ई, सिरसा नुनथर स्विचिंग स्टेशन(एसएस), बासुकीनाथ स्विचिंग स्टेशन(एसपी), बासुकीनाथ स्टेशन पर पीडब्ल्यू आई (रेल पथ निरीक्षक) गैंग तथा गाड़ी परिचालन से संबंधित संरक्षा आइटमों, बासुकीनाथ और जामा स्टेशनों के बीच पुल संख्या 95, जामा और नया मदनपुर स्टेशनों के बीच पुल संख्या 114 तथा नया मदनपुर और दुमका स्टेशनों के बीच पुल संख्या 124 तथा ओएचई लोकेशन 69/09 – 10 के बीच समपार फाटक संख्या 19/ सी/ ई का निरीक्षण किया तथा संबंधित शाखा अधिकारियों को आवश्यक अनुदेश दिया। सीआरएस ने ट्रैक से आरओबी की उंचाई, ट्रैक और प्लेटफार्म छोर से क्लियरेंस, एसएस तथा एसपी के अर्थिंग का भी निरीक्षण किया। सीआरएस द्वारा दुमका से देवघर तक शॉर्ट सर्किट जांच तथा स्पीड ट्रायल का भी निरीक्षण किया गया।