शालबनी में लैंड माइनिंग की दहशत, स्थानीय पुलिस ने इलाके की घेराबंदी
पश्चिम मिदनापुर । पश्चिम मिदनापुर के शालबनी में संदिग्ध धातु की वस्तुओं के आसपास लैंडमाइन की दहशत। इस दिन स्थानीय लोगों ने रांजा गांव में एक पुलिया के बगल में धातु की वस्तु देखी। शालबनी थाना की पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंच गया है। पश्चिम मिदनापुर के पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार ने कहा कि बारूदी सुरंग की जांच की जा रही है। पश्चिम मिदनापुर के शालबनी में लैंडमाइन की दहशत। संदिग्ध धातु की वस्तुओं के आसपास दहशत। स्थानीय लोगों ने एक पुलिया के बगल में धातु की वस्तु देखी और एक बम निरोधक दस्ता इलाके में पहुंचा। इलाके में विस्फोटकों को डिफ्यूज करने का काम चल रहा है। आज सुबह पिच रोड पर पुलिया के नीचे एक संदिग्ध वस्तु पड़ी मिली। यह देख स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। उनका डर है कि लैंडमाइन्स हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार पुलिया के नीचे एक लंबी पाइप जैसी वस्तु पड़ी थी। वहां दो तार हैं। इसी बीच लालगढ़ में कल फिर माओवादियों के पोस्टर मिले। इलाके में पीएलजीए और भाकपा माओवादियों के नाम पर लाल स्याही वाले पोस्टर देखे गए। सूत्रों के मुताबिक लालगढ़ थाना से महज 4 से 5 किमी दूर सड़क पर पोस्टर देखे गए। थाना के इतने पास पोस्ट पढ़कर प्रशासन की चिंता स्वाभाविक है। हालांकि इस मामले पर कोई भी मुंह खोलने से नहीं हिचक रहा है। पोस्टरों के अनुसार आदिवासियों के पानी, जंगल और जमीन के अधिकार की मांग को लेकर युवाओं से जनयुद्ध में शामिल होने का आह्वान किया गया है। पोस्टर मौजूदा सत्ताधारी पार्टी के भ्रष्टाचार के बारे में भी बताता है। साथ ही पोस्टर के जरिए सत्ताधारी पार्टी के कई भ्रष्ट नेताओं को चेतावनी दी गई है। इससे पहले इलाके में भाकपा माओवादियों के नाम वाले पोस्टर भी देखे गए थे। लेकिन यह पहली बार है जब इलाके में पीएलजीए के नाम से कोई पोस्टर सामने आया है। इसको लेकर पुलिस और खुफिया विभाग भी आशंकित है।