बांग्ला नव वर्ष के लिए बही खाते की कि गई पूजा अर्चना
आसनसोल । नव वर्ष हर एक के जीवन में नए सपने नई संभावनाएं लेकर आता है। व्यवसाईयों के लिए भी नव वर्ष काफी महत्वपूर्ण रहता है। हमारे देश में हर प्रांत में नए वर्ष पर व्यवसाईयों द्वारा नए बही खाते की शुरुआत की जाती है। कुछ ही दिनों में बांग्ला नववर्ष की शुरुआत होगी।अमूमन बांग्ला नववर्ष की शुरुआत 15 अप्रैल से होती है। उस दिन बंगाल के व्यापारी बही खाते की पूजा करते हैं और नए साल का विधिवत तरीके से स्वागत करते हैं।
आसनसोल के प्रख्यात कपड़ा व्यवसाय घराने बीएन घांटी भी इसका अपवाद नहीं है। नए साल पर बीएन घांटी की तरफ से भी नए बही खाते की पूजा की जाती है। लेकिन उससे पहले परिवार की परंपरा के अनुसार 1 अप्रैल को
बीएन घांटी परिवार के विश्वजीत घांटी आसनसोल के महावीर स्थान मंदिर आते हैं और वैशाख महीने के पहले दिन जिस बही खाते की शुरुआत की जानी है। उसकी पूजा अर्चना करवाते हैं। बीते 25 सालों से यह परंपरा चली आ रही है। इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए शुक्रवार बीएन घांटी के विश्वजीत घांटी आसनसोल के जीटी रोड के किनारे स्थित महावीर स्थान मंदिर पहुंचे और पयला वैशाख से
शुरू होने वाले बही खाते की विधिवत पूजा अर्चना की। इस संदर्भ में विश्वजीत घांटी ने बताया कि उनके परिवार में यह परंपरा बीते 25 सालों से चली आ रही है। हर साल 1 अप्रैल को यह उस बही खाते की पूजा करवाने इस मंदिर आते हैं। जिस बही खाते से नए वर्ष में व्यवसाय का हिसाब रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी परंपरा बन चुकी है जिससे आगे भी निभाया जाएगा।