ट्रक हाईजैकिंग मामले में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, गिरोह के सभी आरोपियों को पकड़ा जाएगा
आसनसोल । आसनसोल उत्तर थाना की ओर से एक संवाददाता सम्मेलन किया गया। यहां डीसीपी डॉ. कुलदीप एसएस आसनसोल नॉर्थ थाना प्रभारी तन्मय राय सहित आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के तमाम आला अधिकारी मौजूद थे। संवाददाता सम्मेलन के दौरान पुलिस अधिकारियों ने हाल ही में ट्रक हाईजैकिंग के मामले के बारे में जानकारी दी। डॉ. कुलदीप एसएस ने बताया की 20 तारीख की रात को बांकुड़ा के मेजिया से एक ट्रक लोहे का रोड लेकर झारखंड की तरफ जा रहा था। बीच में ट्रक के ड्राइवर खाना खाने के लिए किसी ढाबे के पास ट्रक को रोका। तभी एक स्कॉर्पियो में पांच व्यक्ति आए और ट्रक के ड्राइवर को बताया कि वह जीएसटी अधिकारी है और वह ट्रक की जांच करेंगे। इसके बाद वह ट्रक को लेकर और चालक को साथ लेकर आगे बढ़ गए। बाद में खलासी को भी फोन करके बुला लिया। इसके उपरांत ट्रक चालक और खलासी दोनों को अपहरण कर काफी देर तक इधर उधर घुमाया गया। 21 तारीख की सुबह को ट्रक चालक और खलासी को काली पहाड़ी के पास छोड़ दिया गया।। घटना की जानकारी आसनसोल उतर थाना को दी गई। इसके उपरांत तन्मय राय के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया जो इस मामले की जांच में जुट गई। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने अंडाल थाना अंतर्गत तापस मंडल नामक एक व्यक्ति के घर में दबिश डाली। जिसके घर से चोरी गए 41 टन लोहे के रॉड में से 37 टन लोहे की रॉड बरामद किए गए। आपको बता दें की चोरी हुए 41 टन लोहे की रॉड की अनुमानित कीमत 34 लाख रुपए है। पकड़े गए आरोपी तापस मंडल लोहे के रोड का कारोबारी है। इसके उपरांत उससे पुलिस ने पूछताछ की और प्रशांत दास, हैदर अली, नीरज खान, शाहनवाज को भी गिरफ्तार किया गया। डॉ. कुलदीप एसएस ने बताया कि मामले की शिकायत दर्ज होते ही मेजिया से लेकर झारखंड तक पूरे रास्ते में सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया। उसके बाद 24 तारीख को तापस मंडल की गिरफ्तारी हुई। उन्होंने बताया कि पकड़े गए पांच आरोपियों को 10 दिन के रिमांड पर लिया गया है। उनसे पूछताछ जारी है। अभी तक ट्रक हाईजैकिंग के मामले में उनका कोई पिछला रिकॉर्ड सामने नहीं आया है। लेकिन उनसे पूछताछ जारी है। इस मामले में और कौन-कौन संलिप्त है इसकी पूरी जांच की जाएगी।