आसनसोल नगर वासियों को बेहतर सुविधा एवं पानी की समस्या और गारुई नदी की साफ-सफाई पर महत्वपूर्ण बैठक
आसनसोल । शनिवार को आसनसोल नगर निगम में मेयर बिधान उपाध्याय के चेंबर में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। यहां मेयर के अलावा निगमायुक्त राहुल मजूमदार, चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, घोषित उपमेयर अभिजीत घटक, वशिमूल हक सहित पांचो एमएमआईसी सुब्रत अधिकारी, मानस दास, दिवेन्दु भगत, गुरुदास चटर्जी, इंद्राणी मिश्रा, निगम सचिव तापस मंडल, आरओ श्यामाप्रसाद मुखर्जी, सहित अन्य मौजूद थे। यहां कई विषयों पर चर्चा की गई। आसनसोल को जाम मुक्त करने के लिए पार्किंग व्यवस्था को ठीक किया जाएगा। टैक्स वसूली पर जोर दिया जाएगा। आसनसोल को सुंदरीकरण किया जाएगा। गारुई नदी की साफ सफाई पार्किंग की समस्या को दूर करना टैक्स संग्रह को बढ़ाना आदि प्रमुख विषय थे जिन पर गंभीरता के साथ विचार विमर्श किया गया। बैठक के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि आज की बैठक में पांचों एमआईसी भी उपस्थित थे। सभी की मौजूदगी में आसनसोल वासियों को कैसे और बेहतर नागरिक सुविधा प्रदान की जा सके। इस पर विचार विमर्श किया गया। विशेषकर गारुई नदी की साफ सफाई और पार्किंग की समस्या को दूर करने को लेकर गंभीरता के साथ विचार विमर्श किया गया। वहीं पानी कि समस्या के संबंध में पूछे गए सवाल पर अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि पानी की समस्या को काफी हद तक दूर कर लिया गया है और सभी 106 वार्डों में पानी की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है। जिन जिन वार्डो में अभी भी पानी की समस्या है। उसके लिए नए प्रोजेक्ट की डीपीआर या डिटेल रिपोर्ट करके राज्य सरकार को भेजी गई। राज्य सरकार ने इसकी डीपीआर और 425 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। रुपया आते ही हम काम शुरू कर देंगे। वहीं जब पत्रकारों ने मेयर बिधान उपाध्याय से पूछा की आसनसोल नगर निगम में विरोधी नेता चैताली तिवारी बार-बार यह आरोप लगाती है कि गारुई नदी की सफाई में भाजपा पार्षदों के वार्डों को वंचित किया जा रहा है। इसके जवाब में मेयर ने कहा कि यह सरासर राजनीतिक बात है। मेयर ने कहा कि अगर नदी के किसी एक हिस्से की सफाई ठीक से न की जाए तो नदी का पानी तो वैसे भी शहर में घुस आएगा। ऐसे में चैताली तिवारी का यह कहना कि उनके वार्ड में सफाई ठीक ढंग से नहीं की जा रही है राजनीति से प्रेरित आरोप है।