ईडी की ओर से मंत्री मलय घटक को समन जारी करना संविधान के लिए खतरे की घंटी
आसनसोल । ईडी की तरफ से आसनसोल उत्तर के विधायक और राज्य के कानुन और लोक निर्माण मंत्री मलय घटक को कोयला घोटाले के एक मामले में दिल्ली में ईडी के दफ्तर में पेश होने का समन जारी किया गया है । इसे लेकर भाजपा विरोधी पार्टियों के सुर काफी तल्ख हैं । हमारे संवाददाता ने जब इस मामले में शिल्पांचल के वरिष्ठ राजद नेता और अनुभवी अधिवक्ता नंद बिहारी यादव से बात की तो उन्होंने इसे संविधान विरोधी और भारत के संघीय ढांचे के लिए खतरनाक कदम बताया। उन्होंने कहा कि बतौर अधिवक्ता उनको अच्छी तरह से ज्ञात है कि ईडी या प्रवर्तन निदेशालय के आधिकार क्षेत्र क्या हैं। उन्होंने कहा कि ईडी आर्थिक भ्रष्टाचार की जांच के लिए है न कि कोयला घोटाले जैसे मामलों के लिए। लेकिन नरेन्द्र मोदी, योगी आदित्यनाथ जैसे लोग संविधान की मर्यादा का हनन करते हुए केंद्रीय जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही हैं और ऐसा सिर्फ अपने विरोधियों को डराने धमाकाने के लिए किया जा रहा है। नंद बिहारी यादव ने कहा कि वर्तमान टीएमसी सरकार देश की सबसे लोकप्रिय सरकार है। ममता बनर्जी के नेतृत्व में जो कार्य बंगाल में किए गए हैं उससे न सिर्फ बंगाल बल्कि पुरे देश की जनता ममता बनर्जी से प्रभावित है। यही वजह है कि भाजपा अपने विरोधी नेताओं को परेशान करना चाहती है ताकि भाजपा विरोधी ताकतें बिखर जाएं। उन्होंने मोदी योगी और आरएसएस को देश के संविधान के लिए सबसे बड़ा खतरा करार दिया।