सरल हुई यात्री के टिकट की जांच, आसनसोल रेल मंडल को मिले 27 एचएचटी मशीन
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आसनसोल । आसनसोल रेल मंडल के सीनियर डीसीएम शांतनु चक्रवर्ती ने बताया कि आसनसोल रेल मंडल में 27 हैंड हेड टर्मिनल टिकट मशीन मिला है, जो कि दो ट्रेन के लिए अभी चार मशीन लागू किया गया है। अग्नीबीना एक्सप्रेस और इंटरसिटी एक्सप्रेस में रेलवे की टिकट चेकिंग टीटीआई चाट की जगह अब हैंड हैंडल टर्मिनल एचएसटी मशीन लेकर चलेंगे। सोमवार से इसे चालू किया गया। पहले दिन इंटरसिटी और अग्नीबीना एक्सप्रेस में टिकट चेकिंग स्टाफ को एसएचटी मशीन उपलब्ध करा दिया गया। इस मशीन के द्वारा बर्थ का आवंटन किया। उनका कहना था कि टिकट की जांच और खाली सीट का आवंटन बेहद सरल हो गया है। यात्री को सफर के दौरान सीट आवंटित करने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। यह मशीन धीरे-धीरे सभी ट्रेनों में उपलब्ध कराई जाएगी। इनका चार्जर भी उपलब्ध कराया गया है। शुरुआत के विकल्प के रूप में चार्ट भी दिया जा रहा है। ताकि एचएचडी की मशीन में कोई दिक्कत आती है, तो चार्ट का उपयोग किया जा सके। नई व्यवस्था से अधिकृत बर्थ आवंटन पर अंकुश लगेगा। टीटीआई यात्री के नट टर्न ऑफ होने से जैसे ही खाली बर्थ एचएचडी में फिर करेगा। आरएससी के सीट ऑटोमेटिक कंफर्म हो जाएगा। टिकट कंफर्म खो जाने की सूचना यात्री के मोबाइल पर पहुंच जाएगी। आरएससी क्लियर होने के बाद बर्थ खाली होने पर प्रतीक्षा सूची के यात्री का टिकट भी कंफर्म हो जाएगा। इनकी सूचना भी यात्री के मोबाइल पर पहुंच जाएगी।प्रतीक्षा सूची के यात्री को राहत मिलेगी। हैंड हैंडल टर्मिनल मशीन सिर्फ बर्थ ही नहीं आवंटित करेंगे बल्कि टिकट बनाने के साथ जुर्माना भी काटेंगे। इस मशीन के द्वारा फर्जीवाला पर भी रोक लगेगा। आशंका होने पर इस मशीन से ही असली और नकली टिकट की जांच भी हो जाएगी। टीटीआई किस ट्रेन में सफर कर रहे हैं। कितना टिकट और जुर्माना बनाया है। दफ्तर में बैठे अफसरों को सूचना मिलते रहेगी। सभी कार्य ऑनलाइन सिस्टम से होगा किराया और जुर्माना का पैसा सीधे रेलवे के संबंध बैंक अकाउंट में चला जाएगा। एचएसटी का सिस्टम रेलटेल के नेटवर्क 4जी से चलेगा। टीटीआई एचएचटी का उपयोग मोबाइल के रूप में भी कर सकेंगे। एचएचटी के साथ प्रत्येक टीटीआई के नाम पर सिम भी मिला है।