दहेज प्रताड़ना से प्रताड़ित विवाहिता ने लगाई न्याय की गुहार, पति समेत 11 लोगों के खिलाफ कराई प्राथमिकी
आसनसोल । आसनसोल नार्थ थाना अंतर्गत परिहारपुर इलाके की निवासी विवाहिता ज्योति कुमारी राजभर ने अपने ऊपर हुए प्रताड़ना व जुल्म के खिलाफ न्याय की गुहार लागते हुए अपने ससुराल वालों समेत कुल ग्यारह लोगों के खिलाफ आसनसोल नार्थ थाने में शिकायत दर्ज कराया है। उक्त पीड़ित महिला ने अपने शिकायत में कहा गया है कि गत 25 जून वर्ष 2018 में उसकी शादी खास केंदा, बाली ब्लॉक के ग्वाला पाड़ा इलाके के निवासी सह ईसीएल कर्मचारी धर्मेंद्र राजभर से हुई थी, जो कि छोड़ा टेन (10) पिट कोलियरी में कार्यरत है। शादी के वक्त आरोपी पक्ष को दान दहेज के रूप में 3 लाख रुपये नकद, सोने चांदी के जेवर, बर्तन सहित काफी मात्रा में घरेलू उपयोगी सामग्रियां दिए गए थे। शादी के कुछ महीने बीतने के बाद से ही ससुराल वाले उसपर अतिरिक्त दहेज का दबाव बनाकर उसे प्रताड़ित करने लगे। बताया जाता है कि उक्त महिला काफी दिनों से अपने ऊपर हुए जुल्म के खिलाफ चुप्पी साधी हुई थी। वहीं कई बार ससुराल वालों ने उसपर जानलेवा हमला भी किया था। हालांकि जब उसका बर्दाश्त कर पाना मुश्किल हो गया तब वह अपने मायके चली आई। कई दिन मायके में रहने के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद गत चार अगस्त को वह पुनः अपने ससुराल चली आई। ससुराल में जाते ही उसके पति समेत ससुराल वालों ने फिर से उसपर जुल्म करना शुरू कर दिया। पीड़िता तथा उसके डेढ़ साल की बच्ची को न सही से खाना दिया जाता था और न सही से उनकी देखभाल ही की जाती थी। हालांकि पीड़िता अपने दिल पर पत्थर रखकर उक्त सभी चीजों को झेलते हुए यह आस लगाई हुई थी, कि शायद सब कुछ ठीक हो जाये और वह पहले की तरह अपने ससुराल में बस जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि गत 25 अगस्त की सुबह 8.30 बजे जब वह अपने घरेलू कार्यों मे व्यस्त थी, तभी अचानक से उसका पति धर्मेंद्र उसके पास आकर उसके साथ गाली गलौज करने लगा, वहीं पीड़िता ने जब इस बात का विरोध किया तब उसके पति और सास ने मिलकर उसे बुरी तरह पीटा। इसके साथ ही उसके पति ने अपने हाथों से उसके मुंह और नाक दबाकर उसे जान से मारने का भी प्रयास किया। वहीं पीड़िता की आवाज सुनकर अन्य ससुराल के सदस्य भी आये और उसपर हमला कर दिया। किसी तरह पीड़िता ने अपने घर वालों को फोन कर उक्त घटना की जानकारी दी। घटना की जानकारी मिलते ही पीड़िता का भाई अपनी बहन के ससुराल गया। आरोप है कि ससुराल वाले समेत बाहरी कई लोगों ने उसके भाई पर भी हमला बोल दिया। बाद में स्थानीय पुलिस के सहयोग से किसी तरह मामले को शांत कराया गया। वहीं पीड़िता की हालत गंभीर होने के कारण उसे स्थानीय चिकित्सा केंद्र में इलाज के लिए ले जाया गया। पीड़िता ने बताया कि उसके पति ने उसे तथा उसके बच्चे को अपने हर दस्तावेजों से भी दूर रखा है। उसने कहा कि धर्मेंद्र ने अभी तक अपने किसी भी दस्तावेजों में उसके तथा उसके बच्ची के नाम को शामिल भी नहीं किया है। बता दें कि इस मामले को लेकर उक्त पीड़ित महिला ने आसनसोल जिला कोर्ट के वकील अभय गिरी के सहयोग से अपने पति समेत कुल ग्यारह लोगों के खिलाफ बीते 2 सितंबर को आसनसोल नार्थ थाना में शिकायत दर्ज कराया था। पीड़िता के वकील अभय गिरी ने बताया कि उक्त घटना को लेकर उन्होंने आसनसोल नार्थ थाना प्रभारी से बात की थी, जिसके बाद आसनसोल नार्थ थाना प्रभारी मोनोजित धारा तथा सब इंस्पेक्टर शैलेन मन्ना ने मामले पर काफी सहयोग भी किया। अभय गिरी ने बताया कि मामले के जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर मेहंदी हुसैन ने भी जल्द ही मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। हालांकि दो सप्ताह बीतने के बाद भी इस मामले में अबतक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। आरोपियों के खिलाफ आसनसोल नार्थ थाना की सत्रवाद संख्या 260/2021 की भारतीय दंड संहिता की धारा 498ए/323/325/307/406/379/354बी/34 तथा 3/4 डीपी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।