केंद्र की श्रम विरोधी नीति और कोयला खदानों के निजीकरण के खिलाफ आंदोलन की तैयारी पर बैठक
आसनसोल । कल्याणपुर स्थित शुभम मैरेज हॉल में रविवार आईएनटीटीयूसी समर्थित कोयला खदान श्रमिक यूनियन की सेंट्रल कमेटी की बैठक हुई। बैठक में विभिन्न कोयला खदानों से जुड़े संगठन के नेता और कर्मी उपस्थित थे। मौके पर राज्य के न्याय, विधि व श्रम मंत्री मलय घटक, आईएनटीटीयूसी प्रदेश अध्यक्ष ऋतुब्रता बनर्जी, सचिव सह जामुड़िया विधायक हरेराम सिंह, तृणमूल जिला अध्यक्ष नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती, आईएनटीटीयूसी जिला अध्यक्ष सह उपमेयर अभिजीत घटक, श्रमिक नेता प्रभात चटर्जी, बोरो चेयरमैन अनिमेष दास सहित विभिन्न कोयला खदानों के एरिया एवं यूनिट सचिव व अध्यक्ष उपस्थित थे। आईएनटीटीयूसी प्रदेश अध्यक्ष ऋतब्रता बनर्जी ने कहा कि केंद्र की श्रम विरोधी नीति और कोयला खदानों के निजीकरण के खिलाफ आंदोलन की तैयारी बैठक में की गयी है। श्रमिकों के हित के लिए आगामी 9 तारीख को झांझरा कोलियरी से यह आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। इसके बाद सभी कोलियरीयों में पदयात्रा का आयोजन भी किया जाएगा। केंद्र सरकार के खिलाफ यह आंदोलन आने वाली दुर्गा पूजा से पहले ही समाप्त कर लिया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जीवन बीमा के 29 करोड़ लोगों का 42 लाख हजार रुपया शेयर बाजार में लगाया है, जिसमें ढाई हजार लाख रुपये का कोई हिसाब नहीं मिल रहा है। इसे लेकर संसद में हंगामा हो चुका है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कोयला खदान, रेल, सेल, भेल, बंदरगाह सहित सभी सरकारी संस्थाओं को निजीकरण कर अपने फायदे के लिए पूंजीपतियों के हाथों देना चाहती है। इसे रोकने के लिए धारावाहिक आंदोलन चलाया जाएगा। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस जिला अध्यक्ष विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती, विधायक हरेराम सिंह और आईएनटीटीयूसी के जिला अध्यक्ष अभिजीत घटक को बैठक कर आगे की रणनीति तैयार करने का दायित्व सौंपा गया है। इसके द्वारा तय तिथि पर कोयला सहित विभिन्न संस्थाओं को एकजुट होकर पदयात्रा निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार श्रमिकों के अधिकारों का हनन करते हुए 8 घंटे की जगह 12 घंटे काम करना अनिवार्य कर दिया है। निजी मालिक मालिकों को सुविधा प्रदान करने के लिए ही केंद्र सरकार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है।