बिना रोक टोक के चल रहे कोयला का अवैध कारोबार, प्रशासन मौन
आसनसोल । कोयलांचल के इलाकों में कोयला की तस्करी का मामला अब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। भाजपा ने इस पर जमकर हंगामा भी बोला है। बीते दिनों पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने साफ शब्दों में कहा है कि कोयला चोरी को रोकने में यहां का पूरा तंत्र फेल हो चुका है। उधर रानीगंज जामुड़िया इलाके के कोलियरियों से कोयला चोरी अब आम होती जा रही है। हालाकि अभी बंद कोलियरियों से कोयला चोरी पूरी तरह शुरू नहीं हुई है। लेकिन खदानों से निकलने वाले असली कोयले की चोरी कर उसे हार्ड कोक में बदलने का सिलसिला जारी है। वहीं ग्रामीणों का सहयोग लेकर तस्कर खदानों से जमकर कोयला चोरी करवा रहे हैं। इसका भंडाफोड़ ईसीएल की सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ की टीम कर चुकी है। सालानपुर व जामुड़िया के इलाके में बड़ी कार्रवाई भी हो चुकी है। कोलियरियों से चोरी किया गया कोयला ग्रामीणों से साइकिल व बाइक में दुलवा कर अवैध डीपो में डंप किया जाता है। इसके बाद वहां से कोयला को कालाबाजार में भेजा जाता है। जामुड़िया व रानीगंज में बड़े तस्कर इसे बेहद सरीखे से इस धंधे को आगे बढ़ा रहे हैं। दोनों जगहों पर दो-दो तस्कर खुलकर काम कर रहे। तस्करों के लिए यह सेफ जोन बन गया है। सबकी नजरों के सामने से चोरी का कोयला साइकिलों, बाइकों व ठेलों पर लाद कर ले जाया जाता है। लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। जबकि यहीं कोयला तस्करों के डीपो में जमा होते हैं जो कालाबाजार को भेजा जाता है। कोयला खनन में लगी कंपनियां सिर्फ अपने खदानों के कोयला चोरी पर ही नजर किसी तरह टिका पा रही। वहीं खदानों के बाहर चोरी के कोयला पर किसी तरह की शिकायत न होने के कारण पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं करती। जामुड़िया व रानीगंज के इलाके में कुछ लोग खुल कर कोयला चोरी का काम कर रहे हैं। इन्होंने प्रति ट्रक रेट फिक्स कर दिया है। फिक्स रेट देकर चोरी का कोयला ले जाने की छूट दे दी गई है। बताया जाता है कि इस काम में कोयला कंपनी ईसीएल के एक अधिकारी के रिश्तेदार स्थानीय रसूखदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उक्त व्यक्ति शाम होते ही अपनी चमचमाती गाड़ी लेकर निकल जाते हैं। इलाके में घूम-घूम कर ट्रकों से फिक्स रेट की वसूली भी करते हैं। चांदा मोड़ से रानीगंज तक हर रात यह चक्कर लगाते रहते हैं। इस इलाके में साइकिल से कोयला ढोने वालों को दिहाड़ी पर तस्कर काम करवा रहे हैं। हाल ही में इनकी टीम को तस्करों की ओर से संदेश दिया गया है कि चोरी का कोयला कहीं नहीं उनके डीपो में लाकर जमा करे। जो भी मेहनताना लेगा उन्हें दे दिया जाएगा। इन्हीं कोयलों को डीपो में जमा कर कालाबाजार को भेजा जाता है। रानीगंज से हर रात 35 से 40 व जामुड़िया से 25 से 30 ट्रक कोयला चोरी किया जा रहा।