बंगाल में ममता ने बीजेपी को नहीं लेनी दी बढ़त, संदेशखाली में किया यह हाल
कोलकाता । पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों के रूझान आ गए हैं। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक रूझानों में राज्य में सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस 31, बीजेपी 10, कांग्रेस एक सीट पर आगे चल रही है। ये रूझान बताते हैं कि तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में अपनी जड़े और गहरी की हैं। वहीं राज्य में बीजेपी ने कानून व्यवस्था और संदेशखाली का मुद्दा उठाया था। इसे जनता नकारती हुई दिख रही है। इस बार पश्चिम बंगाल में इस बार कुल 495 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इस बार के चुनाव में प्रदेश में करीब 6.03 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
ममता बनर्जी के भतीजे बड़ी जीत की ओर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल – कांग्रेस के नेतृत्व वाले भारतीय विपक्षी गुट के एक सदस्य (कागज पर), हालांकि सीट-शेयर वार्ता विफल होने के बाद वे राज्य में प्रतिद्वंद्वियों के रूप में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं – आमने-सामने हैं राज्य की 42 लोकसभा सीटों की दौड़ में। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी बहरामपुर में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। इस सीट पर क्रिकेटर से राजनीति में आए यूसुफ पठान आगे चल रहे थे। कांग्रेस ने 2019 के चुनाव में बंगाल दो सीटों पर जीत दर्ज की थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर सीट पर दो लाख से अधिक वोटों के विशाल अंतर से आगे चल रहे हैं।
आसनसोल में शत्रुघ्न सिन्हा ने बनाई बढत लोकसभा की सदस्यता से बर्खास्त हुई तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा 40 हजार से अधिक वोटों के अंतर से आगे चल रही हैं, बीजेपी ने उनके खिलाफ अमृता रॉय को उतारा है। वहीं जिस संदेशखाली का मुद्दा उठाकर बीजेपी ने अपनी सीटें बढ़ाने की कोशिश की थी। वहां तृणमूल कांग्रेस के एसके नुरुल इस्लाम बीजेपी की रेखा पात्रा पर एक लाख से अधिक वोटों की बढ़त बनाए हैं। बीजेपी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में आए फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा आसनसोल में बीजेपी के सुरेंद्रजीत सिंह आहलुवालिया पर 41 हजार से अधिक वोटों के अंतर से बढ़त बनाए हुए हैं। इससे पहले 2019 के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस केवल 22 सीट ही जीत पाई थी। वहीं बीजेपी को 19 सीटें मिली थी। अब तक आए रूझानों में बीजेपी को सात और कांग्रेस को एक सीट का नुकसान होते हुए दिख रहा है।