नन गैजेटेड पूर्व रेलवे कर्मियों के लिए 78 दिनों के पीएलबी बोनस की घोषणा
आसनसोल । वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अराजपत्रित रेल कर्मचारियों के लिए 78 दिनों के उत्पादकता लिंक्ड बोनस (पीएलबी) देने के कैबिनेट के फैसले के संबंध में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ द्वारा वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अरुण अरोरा ने कैबिनेट के इस फैसले और पूर्व रेलवे के प्रभावों पर बुधवार वर्चुअल प्रेस मीट आयोजित की। वर्चुअल प्रेस मीट में पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अरुण अरोड़ा ने बताया कि मंत्रिपरिषद ने 78 दिनों का वेतन बोनस (पीएलबी) के रूप में देने का निर्णय लिया है, जिसकी अधिकतम सीमा 17,951 रुपया है। इस फैसले से करीब 95,250 अराजपत्रित रेल कर्मचारियों
को फायदा होगा जिन्हें त्योहारी सीजन में यह पीएलबी मिलेगा। इस कर्मचारी हितैषी पहल से अराजपत्रित पुर्व रेलवे के कर्मचारियों के लिए लगभग 180 करोड़ रुपए खर्च होंगे। बोनस की घोषणा फ्रंटलाइन वर्कर्स के मनोबल को बढ़ाने के लिए की गई है, जिन्होंने कोविड योद्धाओं के रूप में भी काम किया और कोविड महामारी की महत्वपूर्ण अवधि में भी अथक रूप से काम किया ताकि माल और यात्री ट्रेनों के पहियों को चालू रखा जा सके जिससे शून्य मृत्यु और ऑपरेटिंग रेजि में सुधार लाया जा सके। पुर्व रेलवे के महाप्रबंधक ने यह भी उल्लेख किया कि रेलवे कर्मचारी इस पीएलबी के योग्य हैं क्योंकि यह उनका समर्पित कार्य है जिसने राष्ट्र की जीवन रेखा रेलवे में समय की पाबंदी, गति, लागत प्रभावशीलता बनाए रखने के मामले में एक कुशल ट्रांसपोर्टर के रूप में मिसाल पेश किया। उन्होंने कहा कि माल और खाद्य पदार्थों का समयबद्ध परिवहन हितधारकों की आवश्यकता है।