बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ निकाली गई विशाल रैली
आसनसोल । बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ मंगलवार आसनसोल रेलवे स्टेशन से बंगिय हिंदू जागरण की तरफ से एक विरोध रैली निकाली गई। इस विरोध रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। जिन्होंने बांग्लादेश में हिन्दू संप्रदाय के लोगों पर हो रहे अत्याचार का तीव्र विरोध किया। उन्होंने हाथों में बैनर और प्लैकॉर्ड थाम रखे थे । इनमें बांग्लादेश में इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण प्रभु को जेल से तुरंत रिहा करने की मांग लिखी हुई थी। इस मौके पर मौजूद लोगों ने बांग्लादेश में जिस तरह से मोहम्मद यूनुस के अंतरिम सरकार के नेतृत्व में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार हो रहा है। उसकी कड़ी निंदा की और भारत सरकार से मांग की की अविलंब ऐसी व्यवस्था ले जिससे कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोका जा सके। इस संदर्भ में बंगिय हिंदू जागरण के अमित सरकार से बात की तो उन्होंने कहा कि एक समय था जब बांग्लादेश और आज का पश्चिम बंगाल एक हुआ करता था। उन्होंने कहा कि भारत के तमाम बुद्धिजीवी, कवि, साहित्यकार बड़े-बड़े वैज्ञानिक स्वतंत्रता सेनानी, बांग्लादेश में जन्मे है, जिन्होंने आजादी से पहले भारत की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर किए थे। ऐसे बहुत से कवि साहित्यकार बुद्धिजीवी हैं जिन्होंने भारत आकर अपनी प्रतिभा को निखारा था। उन्होंने कहा कि एक समय बांग्लादेश में हिंदुओं की जितनी संख्या थी वह आज बहुत घट गई है। यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। वह तुरंत बंद होना चाहिए और इसी के समर्थन में आज आसनसोल रेलवे स्टेशन परिसर से लेकर कोर्ट मोड तक रैली निकाली गई। रैली में इस्कॉन मंदिर के पूरी टीम, डॉ अजय पोद्दार, लखन घरूई, जितेंद्र तिवारी, कृष्णेंदु मुखर्जी, बप्पा चटर्जी, भृगु ठाकुर, आशा शर्मा, ओम नारायण प्रसाद सहित हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।