कोयला तस्करी जांच में सीआईडी गतिविधि, ड्रोन के माध्यम से निगरानी

आसनसोल । कोयला तस्करी मामले में सीआईडी ने जांच तेज कर दी है। कई प्रभावशाली लोग भी सीआईडी की निगरानी में हैं। सीआईडी की टीम ने गुरुवार को ड्रोन के माध्यम से कोयला खदान क्षेत्र की निगरानी की। वहीं, इस मामले में राज्य पुलिस की सीआईडी ने कुनुस्तोरिया स्थित जयंत मंडल के गैरेज में कार से 2.45 करोड़ रुपये बरामद किया है। इस घटना में मीर सैदुल को बुधवार आसनसोल कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। सीबीआई ने उन्हें नौ दिन की रिमांड पर लिया है। सैदुल को पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसकी रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद सीआईडी उसे अदालत से रिमांड पर लेती है। सीआईडी ओमप्रकाश अग्रवाल, युधिष्ठिर घोष, अभिनव सिंह और विजय सिंह को मंगलवार को आसनसोल कोर्ट से दस दिन के रिमांड पर कोलकाता भेजा गया। सीआईडी अब तक उस मामले में पांच लोगों को रिमांड पर ले चुकी है, जो जब्त किए गए पैसे की जांच कर रहे हैं। अवैध कोयला व्यापार की जांच कर रही राज्य सीआईडी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस अवैध कारोबार के पीछे कौन है। 2.45 लाख रुपये की वसूली की जांच में पता चला कि यह कार जयंत मंडल की नहीं है, बल्कि कार के मालिक अवनीश सिंह हैं। रानीगंज के पंजाबी मोड़ का रहने वाला है। बाद में पुलिस को पता चला कि कार में मिले पैसे कोल सिंडिकेट के हैं। इस मामले में कुनुस्तोरिया कोलियरी निवासी कांता उर्फ सुनील सिंह वाहन से पैसे बरामद होने के बाद से लापता है। सूत्रों के अनुसार वह कोयला के अवैध व्यापार सिंडिकेट से भी जुड़ा है। वहीं जयंत मंडल और अवनीश सिंह उनके सहयोगी हैं।