सांस्कृतिक क्षेत्र में संस्कृति को बढ़ावा देने आगे आए बहुमुखी प्रतिभावान विशिष्ट समाजसेवी कृष्णा प्रसाद
आसनसोल । शिल्पांचल के विशिष्ट समाजसेवी, व्यवसायी सह धार्मिक प्रवृत्ति के धनी कृष्णा प्रसाद बीते लंबे समय से विभिन्न सामाजिक, धार्मिक कार्यों में लिप्त रहे हैं। अब वह सांस्कृतिक क्षेत्र में संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने हमेशा कुछ ऐसा करने की कोशिश की है, जिससे समाज का भला हो, लोगों का भला हो। इसी क्रम में रविवार की शाम वह दोमोहानी रेलवे कॉलोनी में स्थित छोटो देर मिलन मेला नामक एक संस्था में पहुंचे। ज्ञात हो कि यह संस्था बीते 46 वर्षों से बच्चों को लेकर काम कर रही है। आसनसोल अरुणोदय स्कूल के पूर्व शिक्षक अरुण बोस द्वारा स्थापित इस संस्था के माध्यम से बच्चों को शारीरिक व्यायाम, योगासन आदि करवाए जाते हैं। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होता है। लेकिन फिलहाल इस संस्था की अवस्था काफी जर्जर है। संस्था द्वारा 6, 7 और 8 जून को वार्षिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जिसका खर्च लगभग 80 हजार रुपया के आसपास आता है। स्थानीय लोगों से चंदा लेकर ही इस कार्यक्रम को किया जाता है। जिसमें संस्था के पदाधिकारियों को काफी परेशानी होती है। अक्सर चंदे की रकम खर्च की रकम से कम पड़ जाती है। इस बारे में संस्था के पदाधिकारियों द्वारा कृष्ण प्रसाद से गुहार लगाई गई तो कृष्णा प्रसाद ने आश्वासन दिया कि इस वार्षिक कार्यक्रम को करने के लिए जो खर्च होता है। चंदे से जो राशि आती है, जितनी राशि कम पड़ेगी उस राशि का प्रबंध वह कर देंगे। वहीं जब वह इस संस्था में पहुंचे तो उन्होंने इस संस्था की जर्जर अवस्था को भी देखा। सबसे बड़ी बात है कि संस्था की चारदीवारी की अवस्था दयनीय है। यह कभी भी गिर सकती है, वहीं रात में असामाजिक तत्वों का यहां जमावड़ा हो जाता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए कृष्णा प्रसाद ने वार्षिक कार्यक्रम शुरू होने से पहले यहां चारदीवारी बनाने का वादा किया। इसके साथ ही उन्होंने इस संस्था का कायाकल्प करने का भी आश्वासन दिया। जिससे कि यहां आने वाले बच्चों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो सके। इसके साथ ही उन्होंने संस्था के फर्श पर मार्बल लगाने तथा एक शेड बनाने का भी वादा किया। संस्था के द्वार गेट को भी अत्याधुनिक बनाया जायेगा। अपने वादे को पूरा करते हुए उन्होंने रविवार से वहां निर्माण सामग्री का प्रबंध भी करवा दिया। सोमवार यानी आज से निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि 6 जून से पहले सारा निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इस मौके पर कृष्णा प्रसाद ने संस्था के बच्चों से बात की और जानने की कोशिश की कि भविष्य में बच्चे क्या बनना चाहते हैं। छोटे-छोटे बच्चों के बड़े-बड़े सपनों को सुनकर उन्हें काफी प्रसन्नता हुई। किसी बच्चे ने कहा कि वह आगे चलकर डॉक्टर तो किसी ने इंजीनियर तो किसी ने देश की सेवा करने के लिए सैनिक बनने की बात कही। इन बातों को सुनकर कृष्णा प्रसाद काफी प्रफुल्लित हुए। उन्होंने कहा कि अरुणोदय स्कूल में उनके शिक्षक अरुण बोस से उन्होंने जो भी शिक्षा प्राप्त की है, उसी का परिणाम है कि उनमें वह संस्कार आए हैं कि वह लोगों की सेवा को ही सर्वोच्च समझते हैं। उन्होंने कहा कि आज इन बच्चों से मिलकर उनकी भावनाओं को जानकर उनको यह पूरा भरोसा हो गया है कि भारत का भविष्य सुरक्षित है। जिस देश के बच्चे देश सेवा की बात करते हैं। उस देश की तरफ कोई आंख उठा कर भी नहीं देख सकता है। उस देश का विकास निश्चित है। उन्होंने इस संस्था के पदाधिकारियों की सराहना की 46 वर्षों से संस्था इतना अच्छा कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि ये उनके शिक्षक अरुण बोस के कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है। यह संस्था द्वारा कई पीढ़ियों को इतनी अच्छी शिक्षा दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी तरफ से इस संस्था की मदद के लिए वह हर संभव योगदान करेंगे। जिससे कि यहां प्रशिक्षण पा रहे बच्चों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो।