आदिवासी समाज से डायन प्रथा को खत्म कराने के लिए रैली कर जिला अधिकारी को ज्ञापन
आसनसोल । पश्चिम बर्दवान आदिवासी मिलन संहति की ओर से बुधवार जिला अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से आदिवासी समाज के कुछ समस्याओं की तरफ जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की। उनका कहना है कि आदिवासी समाज में डायन प्रथा अभी भी काफी ज्यादा है। इसके फलस्वरूप किसी भी महिला को डायन करार देकर उससे मनमाना मुआवजा वसूला जा रहा है। यह राशि हजारों कभी-कभी लाखों में भी होती है। आदिवासी समाज वैसे ही पिछड़ा हुआ है। किसी परिवार के लिए हजारों लाखों रुपए जुर्माना भरना असंभव सा है। लेकिन आदिवासी समाज के कुछ लोग इस तरह की हरकतें कर रहे हैं। वहीं जब आदिवासी समाज का कोई व्यक्ति इन सब बातों का विरोध करता है तो सामाजिक रूप से उसका बहिष्कार किया जाता है। उसे उस क्षेत्र में कुए से या पब्लिक नल से पानी नहीं लेने दिया जाता है। उसका हुक्का पानी बंद कर दिया जाता है। उसके घर में शादी व्याह होने नहीं दिया जाता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज में नशे की लत काफी ज्यादा बढ़ रही है, जिससे समाज में कई प्रकार की विसंगतियां पनपने लगे है। इसके साथ ही इन्होंने जल जंगल जमीन के अधिकार को सुरक्षित रखने के लिए भी आवाज उठाते हुए ज्ञापन सौंपा।