अमेरिका भारत को *सीएए* पर ज्ञान न दे – राष्ट्र प्रेमी सुरेन जालान
आसनसोल । हमारी आज की वर्तमान सरकार मानव जीवन की रक्षा के लिए इतनी सक्षम हो गई है कि वह किसी भी राष्ट्र का कोई भी जीवन आपातकालीन स्थिति में अगर फंस गया है तो उन्हें सुरक्षित रूप से वापस लाने के लिए तत्पर हैं। उक्त बाते आसनसोल के राष्ट्र प्रेमी सुरेन जालान ने कही। उन्होंने कहा कि यह एक मानवता का उदाहरण है। जैसा कि हमें ज्ञात होना चाहिए रूस – यूक्रेन के युद्ध के दौरान भारत ने अपने नागरिकों के अलावा पाकिस्तानी नागरिकों को भी सुरक्षित उनके देश पहुंचाया था। चाहे वह किसी भी राष्ट्र के हो या किसी भी संप्रदाय से मानवता ही एकमात्र धर्म होना चाहिए। चाहे वह अफगानिस्तान से हो चाहे वह इजराइल- गाजा युद्ध से हो। आज अमेरिका भारत को *सीएए* पर ज्ञान दे रहा है। उन्हें यह भली-भांति मालूम होना चाहिए कि कुछ दिनों पहले ही समुद्री लुटेरों द्वारा पाकिस्तान के 23 बहुसंख्यक क्रू-मेंबरों को भारतीय नौसेना द्वारा सुरक्षित मुंबई लाकर बाद में उन्हें अपने देश पाकिस्तान भेज दिया गया था।जिसका प्रमाण पाकिस्तान क्रू मेंबरों द्वारा दिया गया। वे पाकिस्तान जाकर अपने वजीर को गालियां दे रहे हैं एवं सभी लोग एवं उनके परिवार भारत जिंदाबाद के नारे लगा रहे है। अभी भी वक्त है भारत की संप्रभुता एवं सोच में कोई टीका टिप्पणी न करें और किसी भी संप्रदाय को किसी भी रूप से भ्रमित न करें। भारत का मुख्य उद्देश्य आज के युग में *सर्वे भवन्तु सुखिन:की* सोच रखता है। यह कार्य कोई एजेंसी नहीं कर रही है। स्वयं भारत के संविधान के द्वारा आज की मौजूदा सरकार के मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। थोड़ी बहुत त्रुटि तो सभी में होती है।इसे राष्ट्रहित के लिए समझकर नजरअंदाज करें। मानव जीवन को सफल एवं सरल बनाये।