आसनसोल । प्रयागराज कुंभ मेले में 29 जनवरी को अधिक सुव्यवस्था के कारण हमारे 30 सनातनी पुण्य आत्माओं को इस दुर्घटना में खोने का दुःख है। उक्त बातें आसनसोल के सुरेन जालान ने कही। उन्होंने कहा कि किंतु सबसे खुशी की बात यह है कि हमारे महामंडलेश्वर अखाड़े ने जो अपना परिचय दिया और अपनी यात्रा को कुछ समय के लिए स्थगित करके श्रद्धालुओं को पहले स्नान करवाना उचित समझा। यह सनातनी परिचय है। हमारे देश के पक्ष और विपक्ष द्वारा सभी वीआईपी कल्चर को महत्व न देकर डिमांड और ड्यूटी के साथ राष्ट्र को एवं समाज को प्रमुखता देनी चाहिए। हर हर गंगेहर हर गंगे।