रक्त की कोई जाति, धर्म और भाषा नहीं होता है, रक्तदान शिविर एक महामिलन केंद्र होता है – मंत्री मलय घटक
आसनसोल। आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स की तरफ से शनिवार आसनसोल ऑटो मार्केट के सामने रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में थैलेसीमिया से पीड़ित तीन साल की नन्हीं बच्ची अनुष्का घोष मुख्य रूप से उपस्थित थी। शिविर में राज्य के कानून सह श्रम मंत्री मलय घटक, आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, एमएमआईसी सुब्रत अधिकारी, रक्तदान आंदोलन के प्रणेता प्रबीर धर, तृणमूल नेता शाहिद परवेज, चेंबर के अध्यक्ष ओम बगरिया, सचिव शंभूनाथ झा, सलाहकार नरेश अग्रवाल, विनोद केडिया, शंकर चटर्जी, अशोक अग्रवाल, विजय मखरिया, राकेश बंसल, निरंजन अग्रवाल, दीप बनर्जी, आनंद पारीक, सुदीप अग्रवाल, विनोद बगरिया सहित अन्य सदस्य मौजूद थे। मौके पर आमंत्रित विशिष्ट अतिथियों ने रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया और रक्तदाताओं को सर्टिफिकेट प्रदान किया। रक्तदान शिविर को संबंधित करते हुए मंत्री मलय घटक ने कहा आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स व्यापारियों का संगठन है। लेकिन जिस तरह से सामाजिक कार्य में भी अपना योगदान रखा है। उसके जितने तारीफ की जाए वह कम है। गर्मी में जिला अस्पताल में रक्त की कमी हो जाती है।
उन्होंने कहा कि प्रबीर धर जैसे मनुष्य के कारण सप्ताह में 3 से 4 शिविर लगता है। उसके बाद भी कभी कभी रक्त की कमी हो जाती है। उन्होंने कहा कि पहले एक बोतल रक्त संग्रह होने पर एक ही आदमी को मिलता था। राज्य की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने 5 वर्ष पहले आसनसोल जिला अस्पताल को एक ब्लड सेपरेशन मशीन दी थी। एक यूनिट रक्त को तीन हिस्सा में बाटा जाता है। इसे हमलोग तीन गुना ज्यादा सेवा दे सकते हैं। रक्त एक महामिलन केंद्र होता है। उन्होंने कहा कि रक्त की कोई जाति, धर्म और भाषा नहीं होता है। चेंबर व्यवसाइयों का संगठन है।
व्यवसाय के साथ सेवा मूलक कार्य करना बहुत ही सराहनीय पहल है। वहीं पत्रकारों को जानकारी देते हुए आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव शंभू नाथ ने बताया कि आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स की तरफ से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है। गर्मी को देखते हुए यह आयोजन किया गया है। ताकि आसनसोल जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्त की कमी न हो। वहीं थैलेसीमिया से पीड़ित तीन साल की नन्हीं बच्ची अनुष्का घोष को आर्थिक मदद की गई। आगे भी की जाएगी। मौके पर 30 लोगों ने रक्तदान किया।