आसनसोल में हॉकर हटाए जाने और पुनर्वास को लेकर फिर शुरू हुआ विवाद
आसनसोल । आसनसोल में हॉकर हटाए जाने और पुनर्वास को लेकर एक बार फिर तनाव बढ़ गया है।बुधवार को हटाए किए गए हॉकरों ने एक बार फिर प्रदर्शन किया और उस पार्क के गेट पर ताला लगा दिया, जहां एक हॉकर को दुकान चलाने की अनुमति दी गई थी। वहीं आईएनटीटीयूसी नेता राजू आलूवालिया ने उपमेयर वशिमुल हक के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए मामले की जांच की मांग की है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब 41 हॉकरों को हटाए जाने के बाद केवल एक हॉकर को पार्क में दुकान चलाने की अनुमति दी गई, जबकि बाकी 40 हॉकरों को कोई दुकान नहीं मिली। लगभग दो साल पहले, आसनसोल को सुंदर बनाने के उद्देश्य से लोको स्टेडियम से लेकर भगत सिंह मोड़ तक जीटी रोड के किनारे हॉकरों को हटाया गया था। उस समय आसनसोल नगर निगम ने हॉकरों के पुनर्वास का वादा किया था। नगर निगम के सूत्रों के अनुसार, बीएनआर मोड़ पर कुछ हॉकरों को पुनर्वास दिया गया था। हालांकि, 40 अन्य हॉकरों का आरोप है कि उन्हें कोई दुकान आवंटित नहीं की गई। कुछ दिन पहले हटाए किए गए 40 हॉकरों ने पुनर्वास की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। तब नगर निगम ने बताया था कि पार्क का निर्माण कार्य चल रहा है और उसकी देखरेख के लिए एक हॉकर को जिम्मेदारी सौंपी गई है। मौके राजू अहलूवालिया ने उपमेयर वशिमुल हक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बीएनआर मोड़ पर एक बाहरी व्यक्ति को दुकान आवंटित की गई, जबकि स्थानीय हॉकरों को अनदेखा किया गया। राजू ने इस मामले में पारदर्शिता की मांग करते हुए पूरे मामले की जांच की अपील की है। उन्होंने कहा, “यह समझ से परे है कि एक बाहरी व्यक्ति को दुकान कैसे मिल गई। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।”
इस संदर्भ में निगम के उपमेयर वशिमुल हक ने कहा कि जिन्हें भी हटाया गया था, उन्हें बीएनआर मोड़ पर स्टाल दिया गया। जिन लोगों ने खुद स्टाल नहीं लिया है, वही लोग बाकी है। यहां सिर्फ पार्क रखरखाव के लिए कार्य करने की जिम्मेदारी दी गई है, कहीं कोई गलत कुछ नहीं हुआ है। जो बाकी हैं उन्हें बाद में योजना को अनुमति मिलने पर पुनर्वास दिया जायेगा। वहीं उनके ही पार्टी के नेता द्वारा आरोप लगाये जाने पर कहा कि इस पर पार्टी का उच्च नेतृत्व जवाब देगा वह कुछ नहीं कहेंगे।