आसनसोल । ईश्वर चंद्र विद्यासागर की 131वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शुक्रवार आसनसोल के कोर्ट मोड़ स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। नगर निगम की तरफ से हुए इस कार्यक्रम के दौरान आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, घोषित उपमेयर अभिजीत घटक, एमएमआईसी गुरुदास चटर्जी, पार्षद श्रावणी मंडल, निगम अधिकारी वीरेन अधिकारी, कल्लोल राय, तापस मालाकार आदि उपस्थित थे। इस मौके पर सभी ने पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर वक्ताओं ने पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर के जीवन और उनके कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके कार्यों का ही परिणाम था कि आज हम सब शिक्षित हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा की शिक्षा के क्षेत्र में पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर का जो योगदान रहा वह कभी भुलाया नहीं जा सकता। वह वर्ण परिचय के रचयिता थे। इसके साथ ही बाल विवाह जैसु सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए भी उन्होंने आवाज उठाई और आखिरकार बाल विवाह को प्रतिबंधित करवाया। इतना ही नहीं भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भी ईश्वर चंद्र विद्यासागर का अहम योगदान रहा।
उनके व्यक्तित्व से अंग्रेज भी थर्राते थे। इस संदर्भ मे आसनसोल नगर निगम के चैयरमैन अमरनाथ चैटर्जी ने कहा कि आज ईश्वर चंद्र विद्यासागर की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। उन्होंने कहा की उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर के वह खुद सम्मानित महसूस कर रहे हैं क्योंकि इन महान लोगों ने भारत को दिशा दिखाई है । वहीं आसनसोल के विभिन्न हिस्सों में बने महापुरुषों की मूर्तियों के रखरखाव को लेकर अमरनाथ चैटर्जी ने कहा कि नगर निगम की तरफ से इस मूर्तियों के संरक्षण की भी व्यव्स्था की जा रही है।