आशा कर्मियों के वेतन वृद्धि सहित विभिन्न मांगों को लेकर आयोजित किया गया सेमिनार
आसनसोल । वामपंथी श्रमिक संगठन एआईटीयूसी अनुमोदित पश्चिम बंगाल आशा कर्मी यूनियन के पश्चिम बर्दवान शाखा की तरफ से रविवार आसनसोल के बार एसोसिएशन भवन में सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए संगठन की पश्चिम बर्दवान जिला अध्यक्ष उषा आचार्य ने कहा कि आशा कर्मियों के अधिकारों को लेकर इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है। मौके पर पश्चिम बर्दवान जिला के विभिन्न इलाकों से आए आशा कर्मियां मौजूद थी। उन्होंने कहा कि आशा कर्मियों को सिर्फ स्वास्थ्य संबंधित जच्चा बच्चा को लेकर काम करने के लिए रखा गया था। लेकिन आज उनसे विभिन्न तरह के कार्य करवाए जा रहे हैं जो उनके काम नहीं है। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा जो मेला या अन्य कार्यक्रम किए जाते हैं। उनमें भी आशा कर्मियों को इस्तेमाल किया जाता है में लेकिन उन्हें अतिरिक्त पैसे नहीं दिया जाता उन्हें सिर्फ न्यूनतम 5000 से कुछ ज्यादा की धनराशि दी जाती है। लेकिन उन्हें 24 घंटे कार्य कराया जाता है। इसके अलावा उनकी कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं है अगर काम करते हुए किसी आशा कर्मी की मौत हो जाती है तो उनके परिवार को कोई मुआवजा नहीं मिलता। उन्होंने काम करते हुए किसी आशा कर्मी की मौत हो जाने पर परिवार को 50 हजार रुपया मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने सरकार से आशा कर्मियों को श्रमिक के तौर पर मान्यता प्रदान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि वह प्रशासन के हर स्तर पर गुहार लगाएंगे यहां के विधायकों को चिट्ठी लिखेंगे और आशा कर्मियों को ज्यादा वेतन देने की मांग उठाएंगी। इस मामले में मुख्यमंत्री को भी चिट्ठी लिखी जाएगी। अगर उनकी मांगे पूरी हो जाती हैं तो अच्छी बात है वरना 22 अगस्त को कालीघाट में मुख्यमंत्री के आवास का घेराव किया जाएगा।